Shani Dev, Mahima Shani Dev Ki: 11 सितंबर 2021 को शनिवार का दिन है. शनिवार का दिन शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उत्तम माना गया है. पंचांग के अनुसार इस दिन भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है. इस दिन स्वाती नक्षत्र है. शनिवार को इंद्र योग का निर्माण हो रहा है. चंद्रमा इस दिन तुला राशि में विराजमान रहेगा. इस दिन शनि देव की पूजा का विशेष संयोग बन रहा है.
भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष को पड़ने वाली पंचमी की तिथि को ऋषि पंचमी के नाम से भी जाना जाता है. इस तिथि पर सप्त ऋषि की पूजा की जाती है. इस दिन व्रत रखकर जीवन में होनी वाली गलतियों के लिए क्षमा मांगी जाती है. इस दिन संयोग से शनिवार का दिन पड़ रहा है. ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय का देवता माना गया है. इसलिए इस दिन जाने अंजाने में जो भी गलतियां हुई हैं, उनके लिए आज शनि देव से क्षमा मांगने का उत्तम संयोग बना हुआ है. मान्यता है कि अपनी गलतियों को मान लेने और क्षमा मांग लेने से शनि देव अपनी अशुभता में कमी लाते हैं. इस वर्ष गणेश चतुर्थी के अगले दिन यानि 11 सितंबर को ऋषि पंचमी का व्रत रखा जाएगा.
शनि राशि परिवर्तन 2022 (Shani Transit In 2022)
शनि का इस वर्ष यानि 2021 में कोई राशि परिवर्तन नहीं है. वर्तमान समय में शनि मकर राशि और श्रवण नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं. पंचांग के अनुसार 29 अप्रैल 2022 को शनि राशि परिवर्तन करेंगे. इस दिन शनि देव मकर राशि से निकल कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. इसके कुछ समय बाद शनि देव पुन: 12 जुलाई 2022 को वक्री अवस्था में मकर राशि में वापिस आ जाएंगे. मिथुन, तुला राशि पर वर्तमान समय में शनि की ढैय्या चल रही है वहीं धनु, मकर और कुंभ राशि में शनि की साढ़ेसाती चल रही है. शनिवार के दिन इन राशि के जातकों को शनि देव की विशेष पूजा करनी चाहिए.