शनिवार का दिन शनिदेव (Shani Dev) को समर्पित है. कहते हैं कि शनि देव व्यक्ति के अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं और उसी के मुकाबिक व्यक्ति को फल देते हैं. अच्छे कर्म करने के वालों को शुभ फल और  बुरे कर्म करने वालों को दंड देते हैं. शनि देव के प्रकोप से सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि देवता भी कांपते हैं. 


व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष (Shani Dosh) होने से वे मानसिक, शारीरिक और आर्थिक क्षति होने की संभावना रहती है. अगर किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़े साती (Shani Sade Sati) चल रही होती है, तो ये तीन चरणों में होती है. वहीं, शनि ढैय्या (Shani Dhaiya) ढ़ाई साल के लिए होती है.शनिवार के दिन अगर कुछ उपाय कर लिए जाएं, तो व्यक्ति को शनि साढ़े साती से मुक्ति मिलती है. 


शनिवार को करें शनि साढ़े साती के उपाय (Shani Sade Sati Upay)



  • शनि दोष से मुक्ति पाने और शनि देव की कृपा पाने के लिए घर में शमी का पेड़ लगा लें. नियमित रूप से पेड़ की सुबह-शाम पूजा करें. ऐसी मान्यता है कि शमी के पेड़ में शनिदेव विराजमान रहते हैं. इनकी पूजा से व्यक्ति के जीवन से संकट दूर होते हैं. 

  • धार्मिक मान्यता है कि शनिवार के दिन सरसों के तेल और काले तिल से शनि देव की पूजा करें. इसके साथ ही शनि चालीसा का पाठ करने से लाभ होता है. इस दिन दान-पुण्य से भी शनि दोष से जल्द दूर हो जाते हैं. 

  • धार्मिक ग्रंथों में निहित है शनि देव ने हनुमान जी को एक बार वरदान दिया था कि वे हनुमान जी के भक्तों को परेशान नहीं करेंगे. अत: हनुमान जी की पूजा से शनि दोष समाप्त हो जाता है. नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति शनि दोष से मुक्त रहता है. 

  • ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव की पूजा से भी व्यक्ति की साढ़े साती समाप्त हो जाती है. इसलिए शनिवार को शिव चालीसा और महामृत्युंजय का पाठ करें. ऐसा करने से व्यक्ति को शनि दोष से जल्द छुटकारा मिल जाता है. 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


Ekadashi Feb 2022: एकादशी की तिथि शुरू हो चुकी है, कल है फाल्गुन मास की 'विजया एकादशी' का व्रत, जानें शुभ मुहूर्त


महामृत्युंजय मंत्र का वाइब्रेशन हीन ऊर्जाओं से करता है हमारी रक्षा