Astrology Tips: शंख के इन फायदों से कहीं आप भी तो नहीं अनजान, घर में इस तरह रखने से दूर होते हैं वास्तु दोष
Shankh Keeping Tips: हिंदू धर्म में पूजा के दौरान शंख का विशेष महत्व है.घरों में पूजा के बाद शंख बजाना शुभ माना जाता है. कहते हैं कि घर में पूजा के दौरान शंख बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है
Shankh Keeping Tips: हिंदू धर्म में पूजा के दौरान शंख का विशेष महत्व है. घरों में पूजा के बाद शंख बजाना शुभ माना जाता है. कहते हैं कि घर में पूजा के दौरान शंख बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. पूजा घर में शंख रखना और बजाना युगों-युगों से चला आ रहा है. सिर्फ पूजा-अर्चना के दौरान ही शंख का इस्तेमाल नहीं किया जाता. बल्कि इसे घर पर रखने के भी कई लाभ हैं. शंख के कई फायदे हैं सिर्फ पूजा पाठ में ही नहीं, बल्कि हमारी सेहत और धन से भी जुड़े हैं. शंख की उत्पत्ति सुमद्र मंथन के दौरान हुई थी. इसे घर में रखने से घर में मौजूद वास्तु दोष का नाश होता है. आइए जानते हैं, शंख के चमत्कारिक फायदों के बारे में.
शंख के चमत्कारिक फायदे
- धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी दोनों ही शंख धारण करते हैं. कहते हैं कि जिस घर में शंख होता है, वहां इन दोनों भगवान की कृपा रहती है.
- कहते हैं कि माता लक्ष्मी को शंख बेहद प्रिय हैं. अतः धनवान बनने के लिए शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी की पूजा करने के बाद शंख बजाने से घर में सुख-समृद्दि आती है.
- मान्यता है कि शंख में जल भरकर माता लक्ष्मी और शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए. ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
- घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए शंख में जल भरकर पूरे घर में छिड़कने से फर्क दिखता है.
- कहते हैं कि शंख बजाने से फेफडों में मजबूती आती है. अस्थमा के मरीज को नियमित रूप से शंख बजाने से लाभ दिखेगा.
- इतना ही नहीं, हड्डियों संबंधी समस्या से पीड़ित लोगों को शंख में रखा हुआ पानी पीना चाहिए. ऐसा करने से बहुत राहत मिलती है. कहते हैं कि इस पानी में कैल्शियम, फास्फोरस और गंधक होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है.
- ऐसी भी मान्यता है कि जिन घरों में वास्तु दोष मौजूद होते हैं, वहां नियमित रूप से शंख बजाने से वास्तु दोष नष्ट होते हैं. और लोगों के सुख में वृद्धि होती है.
- धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि जिस घर में शंख होता है वहां लक्ष्मी जी का वास होता है. शंख को लक्ष्मी जी का भाई बताया गया है. क्योंकि शंख की उत्पत्ति लक्ष्मी जी की तरह उत्पन्न हुई थी. शंख की गिनती समुद्र मंथन से निकले चौदह रत्नों में होती है.
- वैज्ञानिकों का मानना है कि शंख की आवाज से वातावरण में मौजूद जीवाणुओं-कीटाणुओं का नाश हो जाता है.