Shardiya Navratri 2022 Maa katyayni: नवरात्र में छठे दिन यानी 1 अक्टूबर 2022 को मां कात्यायनी की पूजा की जाएगी. इस दिन बंगालियों की दुर्गा पूजा भी शुरू हो रही है. मां कात्यायनी को ब्रजमंडर की अधिदात्री देवी माना गया है, शादी से संबंधित मामले जैसे शीघ्र विवाह, प्रेम विवाह,  के लिए देवी कात्यायनी की पूजा अचूक मानी गई है. आइए जानते हैं मां कात्यायनी का स्वरूप, भोग, प्रिय रंग और मंत्र.


मां कात्यायनी की महिमा


देवी दुर्गा की छठवीं शक्ति मां कात्यायनी का जन्म महर्षि कात्यायन के घर हुआ था. देवी का स्वरूप अत्यंत सुंदर और चमकीला है. इनकी चार भुजाएं है जिसमें ये तलवार, कमल लिए हैं. एक हाथ अभयमुद्र में है तो दूसरा वरमुद्रा में. इनकी उपासना से साधक को अलौकिक तेज की प्राप्ति होती है.


मां कात्यायनी की पूजा (Maa Katyayni Puja Vidhi)


देवी कात्यायनी की पूजा में पीले या फिर ग्रे रंग के वस्त्र पहने. गोधूली मुहूर्त में देवी को पीले पुष्प या बेर के पेड़ का फूल भी चढ़ा सकते हैं. देवी के इस स्वरूप को बेर के पेड़ का फूल अति प्रिय है. षोडोपचार से देवी की आराधना करें. शहद का भोग लगाएं और मां के मंत्रों का जाप करें और कथा पढ़ने के बाद देवी की आरती करें.


गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:55 - शाम 06:19


विवाह की बाधा दूर करने का उपाय (Maa Katyayni Puja Upay)



  • धर्म ग्रंथों के अनुसार मां कात्यायनी का संबंध बृहस्पति से भी है. बृहस्पति देव को विवाह का कारक माना जाता है. शादी की बाधा दूर करने, या मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए नवरात्रि में देवी के इस स्वरूप की पुजा बहुत फलदायी मानी गई है.

  • छठवें दिन विवाह योग्य युवती शाम के वक्त शुभ मुहूर्त में स्नान के बाद पीले वस्त्र धारण करें. कुमकुम, रोली, अक्षत, हल्दी की गांठ, शहद देवी को अर्पित करें.

  • हाथ में पीले फूल लेकर अपनी प्रार्थना कहते हुए इसे देवी को अर्पित करें. अब 108 बार इस मंत्र का जाप करें - 'ॐ कात्यायनी महामये महायोगिन्यधीश्वरी। नंद गोप सुतं देहि पतिं में कुरुते नम:।।' कहते हैं इससे मनचाहा जीवनसाथी पाने की तमन्ना पूरी होती है.

  • वहीं लड़कों की शादी में कोई अड़चन आ रही हो तो वह बताई गई विधि के अनुसार पूजा करें और 'पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानु सारिणीम्। तारिणींदुर्गसं सारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥' मंत्र का एक माला जाप करें. मान्यता है इससे शीघ्र विवाह के योग बनते हैं.


मां कात्यायनी का मंत्र (Maa Katyayni Mantra)


बीज मंत्र - क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:।


पूजा मंत्र - या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥


प्रार्थना मंत्र - कात्यायनी महामाये , महायोगिन्यधीश्वरी। नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।


                   चंद्र हासोज्ज वलकरा शार्दू लवर वाहना कात्यायनी शुभं दद्या देवी दानव घातिनि


मां कात्यायनी का भोग (Maa Katyayni Bhog)


देवी को शहद और मीठे पान का भोग लगाएं. इससे परिवार और वैवाहिक जीवन में मिठास बनी रहेगी.


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