(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Shardiya Navratri 2024: नवरात्रि में प्रार्थना और साधना का अहम हिस्सा है “या देवी सर्वभूतेषु.. क्या आप जानते हैं इसका अर्थ
Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि में पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा की अराधना में या देवी सर्वभूतेषु दैनिक प्रार्थना मंत्र और साधना का हिस्सा है. यह सरल मंत्र है, लेकिन इसका गहरा अर्थ भी है.
Shardiya Navratri 2024: देवी शक्ति के रूप में मां दुर्गा (Goddess Durga) की पूजा, उपसना और स्तुति करना हिंदू धर्म (Hindu Dharma) का अहम हिस्सा है. देवी भगवती को शक्ति, साहस, समृद्धि और धैर्य का प्रतीक माना जाता है. मां दुर्गा की स्तुति के लिए विभिन्न मंत्रों का उच्चारण किया जाता है. इन्हीं में एक है या देवी सर्वभुतेषु..
नवरात्रि (Navratri 2024) की शुरुआत होते ही या देवी सर्वभूतेषु घर, मंदिर और पंडालों में गूंजने लगता है. ऋग्वेद से उद्धृत देवी मां का यह मंत्र भले ही आपको सरल लगता हो, लेकिन इसका गहरा अर्थ बताया गया है.
या देवी सर्वभूतेषु (Ya Devi Sarva Bhuteshu)
आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर (Sri Sri Ravi Shankar) के अनुसार, देवी मां का यह मंत्र संपूर्ण ब्रह्मंड और समय में देवी की उपस्थिति का प्रतिनिधित्व करता है. यह मंत्र सभी चीजों में देवी की उपस्थिति का संदेश देता है. या देवी सर्वभुतेषु का अर्थ है- हे देवी! आप सभी प्राणियों में विराजमान हैं.
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
यह मंत्र देवी दुर्गा की शक्ति को दर्शाता है. नवरात्रि के दौरान इसका जप करने से मां की कृपा होती है और जीवन की समस्या कठिनाईयों से पीछा छुड़ाने के बजाय आपको उसका डटकर सामना कर उसे पराजित करने की शक्ति मिलती है. साथ ही इस स्तुति मंत्र के जप से मानसिक और शारीरिक बल की भी प्राप्ति होती है.
मां दुर्गा स्तुति मंत्र और अर्थ
या देवी सर्वभूतेषु विष्णुमायेति शब्दिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
देवी जो समस्त प्राणियों में विष्णुमाया कहलाती हैं, उनको मेरा बारंबार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु चेतनेत्य भिधीयते। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी सभी प्राणियों में चेतना के रूप में प्रतिबिम्बित होती हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी सभी प्राणियों में बुद्धि रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु निद्रा-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में निद्रा रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु क्षुधा-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में भूख के रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु छाया-रुपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में छाया रूप में वास करती हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में शक्ति रूप से स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु तृष्णा-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में प्यास के रूप में स्थित हैं,उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषू क्षान्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में सहनशीलता के रूप में स्थित हैं,उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषू जाति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में मूल कारण रूप से स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है।
या देवी सर्वभूतेषू लज्जा-रुपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में लज्जा रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है।
या देवी सर्वभूतेषु शांति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में शांति रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु श्रद्धा-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में श्रद्धा रूप से स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषू कान्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में मनोहरता और सौंदर्य के रूप में स्थित हैं,उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मी-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में सौभाग्य रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है।
या देवी सर्वभूतेषु व्रती-रुपेणना संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में वृत्ति रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु स्मृती-रुपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में स्मृति रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु दया-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में दया रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु तुष्टि-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में संतोष रूप से स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु मातृ-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में माता रूप में निवास करती हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
या देवी सर्वभूतेषु भ्राँति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त प्राणियों में मोह रूप में स्थित हैं, उनको नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
इन्द्रियाणा मधिष्ठात्री भूतानां चाखिलेषु या। भूतेषु सततं तस्यै व्याप्तिदेव्यै नमो नमः॥
जो देवी समस्त लोकों में प्राणियों की इन्द्रियों को नियंत्रित करती हैं, उनको नमस्कार है, जो समस्त प्राणियों में सदैव व्याप्त रहती हैं.
चितिरुपेण या कृत्स्नम एतत व्याप्य स्थितः जगत। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो चेतना के रूप में इस ब्रह्मांड में व्याप्त है और इसमें निवास करती है, उस देवी को नमस्कार है, नमस्कार है, नमस्कार है, बार-बार नमस्कार है.
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