Shivling Puja Rules at Home: देवों के देव महादेव भगवान शिव को सनातन धर्म में पंचदेवों में एक माना गया है. अपने नाम की तरह ही भोलेबाबा अत्यंत भोले हैं और उनकी पूजा विधि भी बहुत सरल है. भोलेबाबा अपने भक्त द्वारा सच्चे मन से चढ़ाए गए एक लोटा शुद्ध जल और बेलपत्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं.


लेकिन शिवजी का विकराल और रौद्र रूप भी है, जो उनके क्रोध होने पर सामने आता है. इसलिए महादेव के प्रतीक शिवलिंग की पूजा करते समय कुछ नियमों का पालन करना चाहिए. अगर आपके घर पर शिवलिंग स्थापित है तो पूजा में कोई भी गलती न करें. शिवलिंग की विधि-विधान से पूजा करना फलदायी होता है.


घर पर है शिवलिंग तो इन बातों का रखें ध्यान



  • विधि-विधान से करें पूजा- यदि आपके पूजाघर में शिवलिंग है तो इस बात का ध्यान रखें कि नियमित रूप से और पूरे विधि-विधान से पूजा करें. यदि किसी कारण आप शिवलिंग की पूजा नहीं कर पा रहे हैं तो शिवलिंग को घर पर स्थापित नहीं करें. क्योंकि शिवलिंग की पूजा न होने पर भोलेनाथ रुष्ट हो जाते हैं.

  • शिवलिंग में न चढ़ाएं ये चीजें- शिवजी की पूजा में केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए. इसके साथ ही शिवलिंग पर कभी भी तुलसी दल या तुलसी के पत्ते भी नहीं चढ़ाने चाहिए. शिवलिंग पर हल्दी-कुमकुम चढ़ाना भी वर्जित होता है.

  • घर पर शिवलिंग का आकार- मंदिरों और शिवालयों में विशाल शिवलिंग होते हैं. लेकिन घर पर बहुत बड़े आकार का शिवलिंग स्थापित नहीं करना चाहिए. घर पर नियमित पूजा के लिए शिवलिंग का आकार आपके अंगूठे से बड़ा नहीं होना चाहिए. क्योंकि शिवलिंग संवेदनशील होती है. इसलिए पूजाघर में छोटे आकार का शिवलिंग रखना ही शुभ होता है.


सरल विधि से करें घर पर शिवलिंग की पूजा


घर पर प्रतिदिन शिवलिंग की पूजा के लिए सबसे पहले आचमन करें और फिर शिवलिंग पर गंगाजल या शुद्ध जल से अभिषेक करें. अब शिवलिंग पर चंदन का लेप लगाएं. शिवलिंग पर बेलपत्र, फूल और भोग आदि चढ़ाएं. पञ्चाक्षर मन्त्र  ‘नमः शिवाय’ का 108 बार जाप करना चाहिए. लेकिन घर पर आप 12 बार भी इस मंत्र का जाप कर सकते हैं. इसके बाद शिवजी की आरती करें.


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