Solar Eclipse, Surya Grahan June 2020 Date and Time: सूर्य ग्रहण का सूतक काल बहुत प्रभावी माना गया है. यह तब और जरूरी हो जाता है जब सूर्य ग्रहण शक्तिशाली हो. 21 जून का सूर्य ग्रहण बेहद शक्तिशाली है. इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. सूतक काल को लेकर चर्चा भी शुरू हो गई है. सोशल मीडिया पर भी सूतक काल और ग्रहण को लेकर जानकारी शेयर कर रहे हैं. इससे पता चलता है लोग इस ग्रहण को लेकर गंभीर हैं.


सूतक काल सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पूर्व लग जाता है. इस प्रकार से 21 जून को लगने वाले सूर्य ग्रहण का सूतक काल 20 जून यानि आज रात 9 बजकर 52 मिनट से प्रारंभ होगा. जिसमें महज कुछ घंटे ही शेष रह गए हैं. इसलिए सूतक काल से पूर्व सभी जरूरी कार्यों को निपटा लेना चाहिए. इसके बाद सूतक काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. यहां तक की पूजा पाठ और भोजन भी ग्रहण नहीं करना चाहिए.


दो घंटे पूर्व कर लेना चाहिए भोजन
सूतक काल आरंभ होने से करीब दो घंटे पूर्व भोजन कर लेना चाहिए. सूतक काल के नजदीक भोजन नहीं करना चाहिए. क्योंकि सूतक काल का प्रभाव अपने निर्धारित समय से पूर्व ही शुरू हो जाता है. इसलिए भोजन ग्रहण करने और सूतक काल आरंभ होने के बीच कम से कम दोघंटे का अंतर होना चाहिए.


सूतक काल में गायत्री मंत्र का जाप करें
सूतक काल के दौरान नकरात्मक ऊर्जा से बचने के लिए गायत्री मंत्र का जाप करते रहना चाहिए. यदि यह संभव नहीं है तो इसका ऑडियो भी सुन सकते हैं. इस दिन घर में गायत्री मंत्र धीमी आवाज में घर में चलने दें. इससे ग्रहण की अशुभता को दूर करने में मदद मिलेगी.


गायत्री मंत्र-


ॐ भूर् भुवः स्वः।
तत् सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो नः प्रचोदयात्॥


सूर्य ग्रहण एक नजर-


सूतक काल: रात्रि 9 बजकर 52 मिनट (20 जून 2020)
सूर्य ग्रहण आरंभ: प्रात: 10 बजकर 20 मिनट  (21 जून 2020)
सूतक काल समापन: दोपहर 1 बजकर 49 मिनट (21 जून 2020)


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