Purnima 2021: पंचांग के अनुसार 24 जून 2021 को ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है. हिंदू धर्म में पूर्णिमा की तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. इस दिन पूजा अर्चना और दान का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु और शिव जी क पूजा की जाती है. इस दिन आसमान में अद्भूत नजारा देखने को मिलेगा.
खगोल विज्ञान और ज्योतिष शास्त्र में रूचि रखने वालों के लिए आज के दिन होने वाली इस घटना का विशेष महत्व है. ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की आकृति सभी को प्रभावित करने जा रहा है. चंद्रमा की इस स्थिति को विभिन्न नामों से भी जाना जाता है.
- स्ट्रॉबेरी मून (Strawberry Moon)
- सुपर मून (Super Moon)
- रेड मून (Red Moon)
- हॉट मून (Hot Moon)
- हनी मून (Honey Moon)
चंद्रमा की 16 कलाएं
चंद्रमा की 16 कलाएं बताई गई हैं. ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक बताया गया है. शास्त्रों में शरद पूर्णिमा को विशेष बताया गया है. इस दिन पृथ्वी पर अमृत की वर्षा होती है. भगवान श्रीकृष्ण को 16 कलाओं का स्वामी माना गया है. ये 16 कलाएं इस प्रकार हैं-
- अमृत
- मनदा (विचार)
- पुष्प
- पुष्टि
- तुष्टि
- ध्रुति (विद्या)
- शाशनी
- चंद्रिका
- कांति
- ज्योत्सना
- श्री
- प्रीति
- अंगदा
- पूर्ण
- पूर्णामृत
- योग
सूपर मून का नजारा (Super Moon)
24 जून की शाम से ही आसमान में चांद की स्थिति में परिवर्तन दिखाई देना लगेगा. चंद्रमा का आकार और रंग लोगों को प्रभावित करेगा. इस दिन चंद्रमा आकार में बड़ा नजर. लेकिन भारत में स्ट्रॉबेरी मून का नजारा नहीं देखा जा सकेगा. क्योंकि चंद्रमा प्रमाणिक समय के अनुसार 11 बजकर 15 बजे निकलता है. स्ट्राबेरी मून रात 12 बजकर 10 बजे तेज प्रकाश को प्राप्त करेगा और होरिजन के ऊपर आने के बाद पूर्ण रूप में नजर आने लगेगा. भारत में यह नजारा पूर्ण रूप से नजर नहीं आएगा.
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