Surya Dev: सूर्य इस समय मीन राशि में गोचर कर रहे हैं. सूर्य की गति इस समय धीमी रहती है. सूर्य की गति जब धीमी होती है तो इस समय को खरमास का कहा जाता है. इस समय खरमास का समय चल रहा है. 14 अप्रैल को सूर्य मेष राशि में आ जाएंगे. तब खरमास का समय समाप्त हो जाएगा. खरमास में कोई भी शुभ कार्य वर्जित माना गया है. सूर्य जब जन्म कुंडली में कमजोर होते हैं व्यक्ति को कई तरह की परेशानियां देते हैं.


रविवार का दिन सूर्य को समर्पित है. इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से सूर्य अपनी अशुभता को कम कर देते हैं. 5 अप्रैल को रविवार के दिन रवि प्रदोष व्रत भी है. इस दिन सूर्य भगवान की विशेष पूजा करने से सूर्य से संबंधित दिक्कत को दूर करने में मदद मिलती है.


अशुभ सूर्य के लक्षण


कोई भी ग्रह जब अशुभ फल देने लगता है तो उसके संकेत आने लगते हैं. इन संकतों को समझना बहुत ही जरुरी है. इसी प्रकार जब सूर्य अशुभ होते हैं वे इसके संकेत देते हैं. जैसे जब सूर्य अशुभ होते हैं तो घर में प्रकाश देनी वाली वस्तुओं में खराबी आना प्रारंभ हो जाता है. वहीं तांबे की वस्तु खो जाती है. रोशनदान का बंद हो जाना ये कुछ ऐसे लक्षण हैं जिनके होने पर कहा जाता है कि सूर्य अशुभ फल देने जा रहे हैं.


सूर्य पिता हैं जब सूर्य अशुभ होते हैं तो पिता को कष्ट होता है. बुखार आना पित्त से जुड़ा कोई रोग होना भी खराब सूर्य की निशानी है. इसके अतिरिक्त प्रमोशन में अड़चन, मान सम्मान में कमी, बॉस या उच्चाधिकारियों से संबंध खराब होना भी सूर्य की अशुभता के कारण होता है.


सूर्य को ऐसे बनाएं बलवान


सूर्य को बलवान बनाने के लिए रविवार का दिन सबसे उत्तम है. इस दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाएं. खसखस,केसर और लाल रंग के फूल जल में मिलाकर स्नान करने से भी सूर्य मजबूत होते हैं.


सूर्य मंत्र का जाप करें


ऊं  घूणि: सूर्य आदित्य:


दान करें


तांबा, गुड़, गेहूं, मसूर की दाल का दान करने से सूर्य की अशुभता कम होती है.


इन बातों का ध्यान रखें


रविवार के दिन तेल, नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. समय से भोजन करें.


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