Soorya in Aardra Nakshatra, 2021 : सौरमंडल के स्वामी सूर्यदेव पृथ्वी पर सभी मौसमों को अपने गोचर से गहरा प्रभावित करते हैं. सूर्यदेव 22 जून 2021 को सुबह  5 बजकर 37 मिनट पर आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश लेंगे. आर्द्रा नक्षत्र वर्षा के अनुकूल माना जाता है. इसके आने से वातावरण में आर्द्रता बढ़ जाती है. आर्द्रा नक्षत्र में सूर्यदेव 6 जुलाई की सुबह 5 बजकर 15 मिनट तक रहेंगे.


लगभग 14 दिनों का यह समय मानसून को बल देने वाला रहेगा. इसके प्रभाव से प्रकृति में चारों और नमीं और हरियाली बढ़ेगी. मौसम में शीतलता का अहसास होगा. इस नक्षत्र के स्वामी राहू हैं. राहू रासायनिक गतिविधियों को बढ़ाने वाले हैं. बढ़ते बारिश के प्रभाव में पानी को उबालकर प्रयोग में लाने की सलाह दी जाती है. नदियों और सरोवरों से दूरी रखी जाती है.


पेड़ों और घास के हरे मैदानों को जस का तस बनाए रखने का प्रयास किया जाता है. इस दौरान वायु तत्व का प्रकोप बढ़ने से अत्यधिक भीगने और खुले रहने से बचा जाता है. मौसमी सावधानियां बरतना आवश्यक होता है. संक्रामक रोगों से बचाव रखा जाता है. 


आर्द्रा नक्षत्र में सूर्यदेव का प्रभाव कम हो जाता है. आकाश में बादलों का प्रभाव बढ़ता है. राहू की तरह ही राहू का आर्द्रा नक्षत्र सूर्य को असरहीन करता है. सूर्य प्रभाव घटने से वायु मे प्रदूषण बढ़ने की आशंका बढ़ती है. इससे सुरक्षा रखना जरूरी होता है. आर्द्रा नक्षत्र के बाद सूर्य गुरु के पुनर्वसु नक्षत्र में प्रवेश लेंगे. पुनर्वसु से प्रकृति सुरम्य और सुख समृद्धि को बल देती है.