Surya Grahan 2024: साल 2024 का पहला ग्रहण 8 अप्रैल को लग रहा है. सूर्य ग्रहण का संबंध आज से नहीं बल्कि महाभारत काल से है. सूर्य ग्रहण का सहारा लेकर अर्जुन ने जयद्रथ का वध किया था. आइये जानते हैं इसकी पूरी कथा.
जयद्रथ महाभारत में सिंधु साम्राज्य के राजा थे. उनका विवाह कौरवों की एकमात्र बहन दुशाला से हुआ था. जयद्रथ को यह वरदान मिला था कि उनका वध कोई सामान्य व्यक्ति नहीं कर पाएगा. साथ ही यह वरदान भी मिला था कि जो भी जयद्रथ को मारेगा और जयद्रथ का सिर ज़मीन पर गिरायेगा, तब उसके सिर के भी हज़ारों टुकड़े हो जायेंगे.
महाभारत में जिस दिन पांडव कौरवों से जुए में अपना राजपाट और द्रौपदी को हार गए थे, उस दिन सूर्य ग्रहण का दिन था. महाभारत में अर्जुन ने जयद्रथ का वध किया था. इसके पीछे वजह यह थी, की जयद्रथ के कारण अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु का वध चक्रव्यूह में हुआ था. चक्रव्यूह में फंसकर अभिमन्यु की मत्यु हुई थी. अभिमन्यु की मृत्यु का कारण जयद्रथ था, इसलिए इसका बदला लेने के लिए अर्जुन ने जयद्रथ का वध किया था.
जयद्रथ को बचाने के लिए कौरव सेना ने सुरक्षा घेरा बना लिया था और अर्जुन को जयद्रथ तक पहुंचने नहीं दिया. जब भगवान श्रीकृष्ण ने देखा कि सूर्य अस्त होने वाला है, तब उन्होंने अपनी माया से सूर्य ग्रहण कर दिया. जिस वजह से अंधेरा छा गया. सभी को लगा कि सूर्य अस्त हो गया है. ग्रहण लगते ही जयद्रथ सुरक्षा घेरे से बाहर निकलकर अर्जुन के सामने आ गया और बोला सूर्यास्त हो गया है अब अग्निसमाधि लो.
कुछ समय बाद सूर्य ग्रहण खत्म हो गया और सूर्य चमकने लगा. ग्रहण के खत्म होते ही अर्जुन ने जयद्रथ का वध कर दिया. इस तरह सूर्य ग्रहण के कारण अर्जुन अपनी प्रतिज्ञा को पूरा कर पाए.सूर्यग्रहण के कारण ही अर्जुन जयद्रथ का वध करने में सफल हुए.
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