Shani Sade Sati On Makar Rashi: शनि साढ़े साती के तीन चरण होते हैं. जिसमें से हर एक चरण का व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव अलग-अलग तरह से पड़ता है. इसके पहले चरण को उदय चरण, दूसरे चरण को शिखर चरण तो तीसरे चरण को अस्त चरण कहा जाता है. ज्योतिष अनुसार इसका दूसरा चरण सबसे ज्यादा कष्टदायी माना जाता है. जो वर्तमान में मकर राशि वालों पर चल रहा है. इसलिए इस राशि के जातकों को बेहद ही सतर्क रहना होगा. 


मकर राशि वालों को शनि साढ़े साती के इस सबसे कष्टदायी चरण से मुक्ति 29 अप्रैल 2022 में मिलेगी. इसके बाद आपके ऊपर इसका आखिरी चरण शुरू हो जाएगा. जो अमूमन दूसरे चरण से कम परेशानी भरा होता है. कहते हैं शनि साढ़े साती के आखिरी चरण में व्यक्ति के कष्ट कुछ कम होने लगते हैं और कुछ न कुछ लाभ प्राप्त होने के भी आसार रहते हैं. 


लेकिन 12 जुलाई से मकर राशि वाले फिर से शनि साढ़े साती के दूसरे चरण की चपेट में आ जायेंगे क्योंकि इस दौरान शनि एक बार फिर मकर राशि में गोचर करने लगेंगे. ऐसा होगा शनि के वक्री होने के कारण. शनि 5 जून को अपनी वक्री चाल शुरू करेंगे और 12 जुलाई से फिर से कुंभ राशि छोड़ मकर में प्रवेश कर जायेंगे. जहां ये 17 जनवरी 2023 तक विराजमान रहेंगे. इसके बाद अपनी गोचर राशि कुंभ में वापस आ जायेंगे.


शनि की इस चाल के कारण मकर वालों को शनि साढ़े साती के सबसे मुश्किल चरण से 17 जनवरी 2023 में ही मुक्ति मिलेगी. तब तक सतर्क रहें और हर काम में विशेष सावधानी बरतें. क्योंकि इस चरण में व्यक्ति हर तरफ से परेशानियों से घिर जाता है.


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