नई दिल्ली: चाणक्य अब तक के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों में से एक हैं. उन्हें कौटिल्य या विष्णु गुप्त के रूप में भी जाना जाता है. चाणक्य तक्षशिला के प्राचीन विश्वविद्यालय में एक शिक्षक थे. चाणक्य द्वारा उस समय कही गई बातों का महत्व आज भी कायम है. चाणक्य नीतियां दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करती हैं. चाणक्‍य नीतियों में सभ्य समाज, राजनीति, बिजनेस और नौकरी को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें बताई गईं हैं. तो चलिए जानते हैं महान विचारक और राजनयिक के कहे कुछ अनमोल शब्दों के बारे में.


आप हमेशा लोगों- कर्मचारियों, निवेशकों, ग्राहकों आदि के भार से घिरे रहते हैं. इसलिए, आपको बहुत बुद्धिमान होना चाहिए और अपनी योजनाओं और रहस्यों को हर दूसरे आदमी को नहीं बताना चाहिए. आपके प्रतियोगी कहीं भी छिपे हो सकते हैं. अपनी योजनाओं को खुद तक सीमित रखें. दूसरों के सामने अपनी योजनाओं को प्रकट न करें.


हमेशा किसी भी ज्ञान को प्राप्त करने के लिए शर्म नहीं करनी चाहिए. चाहे वह कहीं से मिल रहा हो ले लेना चाहिए. कुछ सीखने में आपको बेशर्म होना चाहिए. हमेशा कोई नया कार्य शुरू करने से पहले, स्वयं से तीन प्रश्न आवश्य करिेए- मैं ये क्यों कर रहा हूं, इसका रिजल्ट क्या हो सकता हैा और क्या मैं सफल हो पाऊंगा? जब अच्छे से सोचने के बाद संतोषजनक उत्तर मिल जाएं तभी आगे बढ़ें.


जब भी आप एक बार कोई कार्य शुरु करते हैं, तो असफलता से बिल्कुल भी भयभीत न हों और ना ही उसे त्‍यागें. ईमानदारी से कार्य करने वाले लोग हमेशा खुश रहते हैं. कोई इंसान अपने कर्मों से ही महान बनता है, न की जन्म से.