Lakshmi Ji: लक्ष्मी जी की कृपा जीवन में बहुत जरूरी है. पौराणिक ग्रंथों में लक्ष्मी जी को सुख समृद्धि के साथ धन की देवी बताया गया है. कलियुग में जिसके पास लक्ष्मी जी का आशीर्वाद है, उसे किसी प्रकार के कष्ट नहीं होते हैं, संसार के सभी सुखों का आनंद उठाता है. लक्ष्मी जी की कृपा जीवन में आने वाली परेशानियों से भी बचाती है. आज शुक्रवार (Shukrawar) को लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने का उत्तम संयोग बना है.
हिंदू कैलेंडर का 10वां महीना आज से शुरू हो रहा है
पौस मास (Paush Month 2022) यानि पूस का महीना, इसे हिंदू कैलेंडर (Hindu Calendar 2022) का दसवां महीना माना गया है. पूजा पाठ और धार्मिक कार्यों के लिए ये महीना बहुत ही शुभ और उत्तम माना गया है. इसी महीने में खरमास (kharmas 2022) भी लग रहे हैं. खरमास में भी भगवान विष्णु की उपासना का विशेष महत्व है. भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी जी की पूजा बहुत ही शुभ फल प्रदान करने वाली मानी गई है. पूस के महीने में दान पूण्य का भी विशेष महत्व है. पूस यानि पौस का महीना 9 दिसंबर 2022 से 6 जनवरी 2023 तक रहेगा.
पौष माह के पहले दिन लक्ष्मी पूजा का संयोग (Panchang 9 December 2022)
पौष के पहले दिन लक्ष्मी पूजा का विशेष संयोग बन रहा है. पंचांग के अनुसार इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं. आइए इस पर एक नजर डालते हैं-
- आज की तिथि (Aaj Ki Tithi) - प्रतिपदा
- आज का नक्षत्र (Aaj Ka Nakshtra)- मृगशिरा
- आज का योग (Aaj Ka Yog)- शुभ
- चंद्रमा गोचर (Moon Transit Today) - मिथुन राशि
- आज का राहु काल (Aaj Ka Rahu Kaal)- प्रात: 10 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 13 मिनट तक
- आज का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat Today)- अभिजीत प्रात: 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक
- आज का दिशा शूल (Disha Shool)- पश्चिम दिशा
आज किन लोगों को लक्ष्मी पूजा करने से मिलेगा लाभ (Lakshmi Goddess)
लक्ष्मी जी धन की देवी है. जीवन में धन के महत्व को सभी जानते हैं. जिन लोगों के जीवन में धन से जुड़ी परेशानियां चल रही है. जैसे कर्ज बढ़ता जा रहा है. अनावश्यक खर्चों में वृद्धि हो रही है. सुख समृद्धि में कमी आ रही है. जमा पूंजी नष्ट हो रही है. धन की बचत नहीं हो पा रही है. या फिर धन के कारण महत्चपूर्ण कार्य अटके हुए हैं, उनके लिए लक्ष्मी जी की कृपा पाने का शुभ दिन है.
लक्ष्मी जी के उपाय (Maa Laxmi Upay)
दीपक जलाने का समय (Deepak Jalane Ka Samay)- शाम के समय 5 बजे से लेकर 7 बजे के बीच लक्ष्मी जी के नाम से दीपक जला सकते हैं. मान्यता के अनुसार ये समय लक्ष्मी जी के पूजन के लिए अच्छा माना गया है.
दीपक जलाने का नियम (Deepak Jalane Ke Niyam)- दीपक जलाते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. इसमें गलती नहीं करनी चाहिए. नहीं तो पूर्ण पुण्य प्राप्त नहीं होता है. लक्ष्मी जी के नाम का यदि आप घी का दीपक जलाते हैं तो इसे बांए हाथ की तरफ जलाना चाहिए. यदि आप तेल का दीपक जलाते हैं तो इसे दांए हाथ की तरफ जलाना चाहिए.
दीपक जलाते समय पढ़ें ये मंत्र (Deepak Jalane Ka Mantra)
शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोस्तुते।।
दीपो ज्योति परंब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:।
दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोस्तुते।।
अर्थ- ''दीपक के प्रकाश को मैं प्रणाम करता हूं जो वातावरण में शुभता, स्वास्थ्य और समृद्धि लाता है. जो वातावरण और मन से अनैतिक भावनाओं और नकात्मक ऊर्जा को नष्ट करता है. दीपक को जलाने से सभी शत्रु भाव का नाश हो.''
दीया का मुंह किधर होना चाहिए (Deepak Jalane Ki Disha)
मान्यता के अनुसार दीपक की लौ पूर्व दिशा की तरफ होना शुभ माना गया है. वास्तु शास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा में दीपक जलाना शुभ फलदायी माना गया है. इससे संकटों से छुटकारा मिलता है.
घर के मुख्य द्वार पर जलाएं दीपक
शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर में लक्ष्मी जी का वास होता है. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है. शुक्रवार की शाम दीपक जलाने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं.
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