Quotes In Hindi: भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है. भगवान राम का चरित्र श्रेष्ठ है. भगवान राम की शिक्षाएं जीवन में सफलता प्रदान करती हैं. जो व्यक्ति भगवान श्रीराम की बातों को जीवन में उतार लेता है, उसके जीवन में आनंद, सुख, समृद्धि और शांति सदैव बनी रहती है. संयम और धैर्य सफलता में सबसे आवश्यक तत्व माने गए हैं. जिस व्यक्ति में ये दोनों ही तत्व नहीं होते हैं, उसके जीवन में सफलता का सुख नहीं होता है.


भगवान राम का जीवन सभी को प्रेरणा प्रदान करता है. मनुष्य को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संघर्ष और परिश्रम करना पड़ता है. बिना परिश्रम और संघर्ष के लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती है.


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जीवन में धैर्य का महत्व - जीवन में धैर्य का क्या महत्व है, इस बारे में भी भगवान राम का चरित्र एक श्रेष्ठ उदाहरण है. लक्ष्य को प्राप्त करने में नीति और अनुशासन का पालन किस तरह से किया जाना चाहिए इस बारे में भी बाता है. इसलिए राम श्रेष्ठ और मर्यादा पुरूषोत्तम हैं. भगवान राम ने जीवन साधारण जीवन को अपनाया और सभी को संदेश दिया कि सादगी में ही जीवन का आनंद है. 


लोभ और दिखावा न करें - लोगों को अपना बनाना है तो झूठा दिखावा, लोभ और अहंकार से दूर रहें. प्रेम और करूणा ही जीवन का सार है. जिसके पास प्रेम, दया और करूणा नहीं है, उसके पास सबकुछ होते हुए भी कुछ नहीं है. जीवन का सच्चा सुख पाने में नहीं, देने में है. जो दूसरों के दुखों को अपना समझ, दूसरे की पीड़ा पर दुखा महसूस करे, वही मनुष्यता है. मनुष्यता का त्याग नहीं करना चाहिए. लक्ष्य को तभी पाया जा सकता है जब व्यक्ति अवगुणों से रहित होता है.


अहंकार का त्याग करें - रावण विद्वान था, उसके पास सोने की लंका थी और शक्तिशाली भी था. लेकिन रावण का सबसे बड़ा अवगुण यही था कि वो अत्यंत अहंकारी था. अहंकार व्यक्ति का सब कुछ नष्ट कर देता है. इसलिए अहंकार से दूर रहें.


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