Shiv Yog Puja: चैत्र मास में शिव पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. भगवान शिव की पूजा के लिए 5 अप्रैल सोमवार के दिन विशेष योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन शिव योग बना हुआ है. शिव योग में भगवान शिव की पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.


भगवान शिव की पूजा करने से जीवन की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. भगवान शिव अपने भक्तों के कष्टों को दूर करते हैं. शिव पूजा से ग्रहों का दोष भी दूर होता है. राहु और शनि यदि जीवन में अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं जिसके कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसी स्थिति में शिव पूजा से लाभ मिलता है. इसके साथ ही सोमवार को शिव भगवान के साथ संपूर्ण शिव परिवार की पूजा करने से भी शुभ फल प्राप्त होते हैं और जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है. आइए जानते हैं इस दिन का पंचांग-


5 अप्रैल का पंचांग (Panchang 5 April 2021)


विक्रमी संवत्: 2077
मास अमांत: फाल्गुन
मास पूर्णिमांत: चैत्र
पक्ष: कृष्ण
दिन: सोमवार
तिथि: नवमी - 26:20:47 तक
नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा - 26:05:17 तक
करण: तैतिल - 14:37:12 तक, गर - 26:20:47 तक
योग: शिव - 16:52:33 तक
सूर्योदय: 06:07:21 AM
सूर्यास्त: 18:41:04 PM
सूर्य राशि: कुम्भ राशि
सूर्य नक्षत्र: शतभिषा
चन्द्रमा: धनु राशि - 08:03:02 तक
द्रिक ऋतु: वसन्त
राहुकाल: 07:41:33 से 09:15:46 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
शुभ मुहूर्त का समय - अभिजीत मुहूर्त: 11:59:05 से 12:49:20 तक
दिशा शूल: पूर्व
अशुभ मुहूर्त का समय -
दुष्टमुहूर्त: 12:49:20 से 13:39:35 तक, 15:20:05 से 16:10:20 तक
कुलिक: 15:20:05 से 16:10:20 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 10:18:35 से 11:08:50 तक
यमघण्ट: 11:59:05 से 12:49:20 तक
कंटक: 08:38:05 से 09:28:20 तक
यमगण्ड: 10:49:59 से 12:24:12 तक
गुलिक काल: 13:58:25 से 15:32:38 तक


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