Aaj Ka Panchang: कन्या राशि में चंद्रमा और शनि देव मकर राशि में हैं वक्री, जानें आज की तिथि और शुभ मुहूर्त
Aaj Ka Panchang Tithi 17 July 2021: चंद्रमा आज कन्या राशि में रहेगा. 17 जुलाई को शनिवार शनि देव (Shani Dev) की पूजा का विशेष योग बन रहा है. जानते हैं आज की तिथि और शुभ मुहूर्त.
Aaj Ka Panchang 17 July 2021: पंचांग के अनुसार 17 जुलाई 2021, शनिवार को आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है. चंद्रमा इस दिन कन्या राशि में विरामान रहेंगे. आज नक्षत्र चित्रा है.
सिंह राशि में शुक्र का राशि परिवर्तन (Venus Transit in Leo)
पंचांग के अनुसार आज शुक्र का राशि परिवर्तन है. शुक्र को ज्योतिष शास्त्र में भोग विलास, दांपत्य जीवन, प्रेम संबंध और बाजार से जुड़ी चीजों का कारक माना गया है. शुक्र का गोचर अभी मिथुन राशि में था, पंचांग के अनुसार सिंह राशि में 17 जुलाई शनिवार को शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन प्रात: 09 बजकर 13 मिनट पर है. शुक्र 11 अगस्त 2021 तक सिंह राशि में रहेंगे. शुक्र, सिंह राशि में अपनी यात्रा को पूर्ण करने के बाद कन्या राशि में आएंगे.
आज की पूजा
शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है. आषाढ़ मास में शनिवार के दिन शनि देव की पूजा का विशेष फल बताया गया है. शनि वर्तमान समय में मकर राशि में वक्री अवस्था में गोचर कर रहे हैं. आज शिव और सिद्ध योग बना हुआ है.
17 जुलाई 2021 पंचांग (Panchang 17 July 2021)
विक्रमी संवत्: 2078
मास पूर्णिमांत: आषाढ
पक्ष: शुक्ल
दिन: शनिवार
तिथि: अष्टमी - 26:43:09 तक
नक्षत्र: चित्रा - 25:32:51 तक
करण: विष्टि - 15:42:13 तक, बव - 26:43:09 तक
योग: शिव - 07:22:55 तक, सिद्ध - 28:46:58 तक
सूर्योदय: 05:33:49 AM
सूर्यास्त: 19:20:15 PM
चन्द्रमा: कन्या राशि- 14:07:51 तक
द्रिक ऋतु: वर्षा
राहुकाल: 09:00:25 से 10:43:44 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
शुभ मुहूर्त का समय, अभिजीत मुहूर्त - 11:59:29 से 12:54:35 तक
दिशा शूल: पूर्व
अशुभ मुहूर्त का समय -
दुष्टमुहूर्त: 05:33:49 से 06:28:54 तक, 06:28:54 से 07:24:00 तक
कुलिक: 06:28:54 से 07:24:00 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 13:49:41 से 14:44:47 तक
यमघण्ट: 15:39:52 से 16:34:58 तक
कंटक: 11:59:29 से 12:54:35 तक
यमगण्ड: 14:10:20 से 15:53:39 तक
गुलिक काल: 05:33:49 से 07:17:07 तक
Shani Dev: आषाढ़ी शनिवार को शनि देव की पूजा का बन रहा है विशेष योग, जानें शुभ मुहूर्त और राहु काल