नई दिल्ली: कुछ घंटों के बाद ही साल का पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) लगने जा रहा है. इस कारण चंद्र ग्रहण को लेकर लोगों में उत्सुकता है. वहीं एक कारण ये भी है कि वर्ष 2020 की यह पहली खगोलीय घटना है.
1- इस चंद्र ग्रहण को मांद्य चंद्र ग्रहण भी कहा जा रहा है जिसका अर्थ होता कि ग्रहण के दौरान हल्की सी छाया चंद्र पर पड़ती है ये चंद्र,सूर्य और पृथ्वी तीनों ग्रह एक सीधी लाइन में नहीं होते हैं. इसी कारण से इस दिन लगने वाले ग्रहण को मांद्य चंद्र ग्रहण भी कहा जा रहा है.
2- चंद्र ग्रहण को लेकर लोगों में उत्सुकता इस कारण भी है क्योंकि चंद्रमा को ज्योतिष के अनुसार मन का कारक माना गया है. चंद्रमा का प्रभाव व्यक्ति पर बहुत जल्द पड़ता है. पृथ्वी का ये सबसे नजदीकी उपग्रह है. इसलिए इसका प्रभाव हमारे दैनिक जीवन में अधिक होता है.
3- भारत में चंद्र ग्रहण के प्रभाव को लेकर भ्रम की स्थिति देखी जा रही है. अलग अलग विद्धानों के अलग अलग मत हैं. लेकिन प्रमाणिक पंचागों के अनुसार इसका प्रभाव भारत में अधिक नहीं होगा. लेकिन फिर भी ग्रहण के दौरान किए जाने वाले उपायों को अनदेखा नहीं करना चाहिए. खास तौर पर गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
4- भारत के समयानुसार ये चंद्रग्रहण रात्रि 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होगा और 2 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा. पिछले 10 साल में इस तरह का यह छठवां चंद्र ग्रहण है.
5- पूर्णिमा को लगेगा ग्रहण. 10 जनवरी को पूर्णिमा है. इसी दिन चंद्र ग्रहण लगेगा. ग्रहण के समय विशेष पूजा करने की जरूरत नहीं है. ग्रहण के समय भोजन न करें. इसके साथ ही शुभ कार्य भी न करें. संभव हो तो ग्रहण के समय घर से बाहर न निकलें.
6- इस ग्रहण पर किसी तरह से कोई सूतक नहीं लगेगा. मान्यता है कि ग्रहण से 12 घंटे पूर्व ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ हो जाता है. लेकिन इस ग्रहण के दौरान कोई सूतक नहीं लगेगा. इस लिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है. सूतक काल के दौरान जो वर्जित कार्य हैं वे इस ग्रहण में नहीं हैं. पूजा पाठ भी कर सकते हैं.
7- 10 जनवरी को लगने वाले ग्रहण के दौरान चंद्रमा का आकार घटते बढ़ते क्रम में नहीं दिखाई देगा. लेकिन गौर से देखने पर चंद्रमा पर धूल की परत जैसा बिंब दिखाई देगा. क्योंकि ग्रहण के दौरान पर चंद्रमा पर तेज आंधी चलेगी.
8- मिथुन राशि के पुर्नवसु नक्षत्र में लगेगा चंद्र ग्रहण. इस राशि और इस नक्षत्र में जन्में व्यक्तिओं को गायत्री मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए. शिव मंदिर में पूजा भी कर सकते हैं.
9- आज लगने वाले चंद्र ग्रहण की समय अवधि 4 घंटा 50 मिनट तक की है. यह स्थिति लंबे समय के बाद बन रही है. 6 वर्ष बाद ऐसा ग्रहण लग रहा है.
10- ग्रहण का मध्य 12:40 बजे होगा,मोक्ष रात 2 बजकर 42 मिनट पर होगा. ये ग्रहण 4 घंटे 50 मिनट का रहेगा. जब पृथ्वी और सूर्य एक सीधी लाइन में आ जाते हैं तो पृथ्वी की वजह से चंद्र पर सूर्य की किरणें सीधे नहीं पहुंचती है. पृथ्वी की छाया पूर तरह से चंद्र पर पड़ती है. इस स्थिति को ही चंद्र ग्रहण कहते हैं.
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