Tula Sankranti 2023 Kab Hai: आयु और आजीविका में वृद्धि पाने के लिए संक्रांति के दिन सूर्य पूजा का विशेष महत्व है. हर माह को जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है उस दिन संक्रांति मनाई जाती है. अभी सूर्य कन्या राशि में है.


कन्या के बाद सूर्य का गोचर तुला राशि में होगा. अश्विन माह में आने वाली संक्रांति को तुला संक्रांति कहा जाता है. तुला संक्रांति पर स्नान-दान से अक्षय फल मिलता है. आइए जानते हैं इस साल तुला संक्रांति कब है, डेट, मुहूर्त और महत्व.


तुला संक्रांति 2023 डेट (Tula Sankranti 2023 Date)


तुला संक्रांति 18 अक्टूबर 2023, बुधवार को है. इस दिन अश्विन माह की विनायक चतुर्थी का व्रत भी है. इसके साथ ही तुला संक्रांति पर शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा होगी. ये दिन बहुत शुभ माना जा रहा है.


तुला संक्रांति 2023 मुहूर्त (Tula Sankranti 2023 Muhurat)



  • तुला संक्रांति का क्षण - प्रात: 01.42 (18 अक्टूबर 2023)

  • तुला संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त - सुबह 06:23 - दोपहर 12:06

  • तुला संक्रान्ति महा पुण्य काल - सुबह 06:23 - रात 08:18


तुला संक्रांति महत्व (Tula Sankranti Significance)


ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक ऋग्वेद सहित पद्म, स्कंद और विष्णु पुराण के साथ महाभारत में सूर्य पूजा का महत्व का उल्लेख है. सूर्य पूजा से सकारात्मक ऊर्जा मिलने के साथ इच्छा शक्ति बढ़ती है. ऐसे में संक्रांति पर सूर्य की पूजा श्रेष्ठ मानी गई है. तुला संक्रांति का वक्त जो होता है उस दौरान धान के पौधों में दाने आना शुरू हो जाते हैं। इसी खुशी में मां लक्ष्मी का आभार जताने के लिए ताजे धान चढ़ाए जाते हैं. इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से भविष्य में धन की कमी नहीं होती.


किसानों का पर्व है तुला संक्रांति (Tula sankranti)


ओडिशा और कर्नाटक के किसान इस दिन को अपनी चावल की फसल के दाने के आने की खुशी के रूप में मनाते हैं.इसे तुला संक्रमण भी कहा जाता है.  इस दिन कावेरी के तट पर मेला लगता है, जहां स्नान और दान-पुण्‍य किया जाता है.