UP Diwali Puja 2024: यूपी के शहरों में दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है, यहां देखें लिस्ट
UP Diwali Puja 2024: दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के लिए शहर अनुसार पूजा मुहूर्त अलग होते हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेष के शहरों अयोध्य, वाराणसी, लखनऊ, नोएडा आदि में दिवाली पर लक्ष्मी पूजा मुहूर्त देखें
UP Diwali Puja 2024: हिंदू धर्म में दिवाली को ‘दीपों की रोशनी’ का पर्व माना जाता है. पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर दीपावली मनाई जाती है. इस दिन पूरे देश को दीयों की रोशनी से रोशन करते हुए धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को पूजा जाता है.
धनतेरस से भाई दूज तक 5 दिन धूमधाम से मनाए जाते हैं. इस साल दिवाली 31 अक्टूबर और 1 नवंबर 2024 दोनों दिन है. पंचांग के अनुसार यूपी के अधिकतर शहरों में दिवाली पर पूजा का मुहूर्त 1 नवंबर को है. यहां देखें यूपी के शहरों में दिवाली पूजन का शुभ मुहूर्त.
दिवाली 2024 यूपी के शहरों में लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त
- लखनऊ - शाम 05 बजकर 23 - शाम 06 बजकर 16
- वाराणसी - शाम 05 बजकर 17 - शाम 06 बजकर 16
- आगरा - शाम 05 बजकर 34 - शाम 06 बजकर 16
- मेरठ - शाम 05 बजकर 33 - शाम 06 बजकर 16
- इलाहबाद - शाम 05 बजकर 21 - शाम 06 बजकर 16
- कानपुर - शाम 05 बजकर 26 - शाम 06 बजकर 16
- गोरखपुर - शाम 05 बजकर 14 - शाम 06 बजकर 16
- मथुरा - शाम 05 बजकर 35 - शाम 06 बजकर 16
- अयोध्या - शाम 05 बजकर 18 - शाम 06 बजकर 16
- नोएडा - शाम 05 बजकर 15 - शाम 06 बजकर 16
दिवाली पर करें मां लक्ष्मी की ये आरती
॥ आरती श्री लक्ष्मी जी ॥......
ॐ जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत,हरि विष्णु विधाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥......
उमा, रमा, ब्रह्माणी,तुम ही जग-माता।
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत,नारद ऋषि गाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥......
दुर्गा रुप निरंजनी,सुख सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत,ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥......
तुम पाताल-निवासिनि,तुम ही शुभदाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी,भवनिधि की त्राता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥.......
जिस घर में तुम रहतीं,सब सद्गुण आता।
सब सम्भव हो जाता,मन नहीं घबराता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥.......
तुम बिन यज्ञ न होते,वस्त्र न कोई पाता।
खान-पान का वैभव,सब तुमसे आता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥........
शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर,क्षीरोदधि-जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,कोई नहीं पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥........
महालक्ष्मीजी की आरती,जो कोई जन गाता।
उर आनन्द समाता,पाप उतर जाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥......
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