Amavasya 2021: वैशाख अमावस्या पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय, धन, सेहत और व्यापार में मिलेगा लाभ
Vaishakha Amavasya 2021: वैशाख अमावस्या की तिथि पितरों को प्रसन्न करने के लिए बेहद उपयुक्त बताई गई है. जिन लोगों की जन्म कुंडली में पितृ दोष हैं उन्हें इस दिन पूजा करने से लाभ प्राप्त होता है.
Amavasya 2021 Date And Time: 11 मई 2021 मंगलवार को पंचांग के अनुसार वैशाख अमावस्या है. अमावस्या को पितरों को शांत करने के लिए शुभ मानी गई है. जिन लोगों की जन्म कुंडली में पितृ दोष है. वे इस दिन पितरों की पूजा कर, आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.
पितृ दोष का प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र पितृ दोष को शुभ नहीं माना गया है. जिन लोगों की जन्म कुंडली में पितृ दोष होता है, उन्हें इन क्षेत्र में विशेष परेशानियों और बाधाओं का सामना करना पड़ता है-
- जॉब
- शिक्षा
- संतान प्राप्ति
- सेहत
- धन
- बिजनेस
- संबंध
- दांपत्य जीवन
- लव रिलेशनशिप
- विवाह
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष पाया जाता है, उन्हें मानसिक तनाव, अज्ञात भय और भ्रम की स्थिति भी बनी रहती है. इसी के साथ हर कार्य में देर से सफलता प्राप्त होती है, या फिर सफलता प्राप्त करने के लिए कठोर परिश्रम करना पड़ता है. इसके साथ ही हर कार्य में बाधा का भी सामना करना पड़ता है.
वैशाख अमावस्या का मुहूर्त
पंचांग के अनुसार अमावस्या की तिथि का आरंभ 10 मई 2021 सोमवार को रात 09 बजकर 57 मिनट पर होगा और 11 मई मंगलवार की रात्रि में इस अमावस्या की तिथि का समापन होगा.
पितरों को प्रसन्न करें
अमावस्या तिथि पर की जाने वाली पूजा से पितृ बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं. वैशाख अमावस्या के दिन चावल से बने पिंड का दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं. पितरों की पूजा करने से पितृ दोष का प्रभाव कम होता है जिस कारण धन, व्यापार, शादी विवाह, शिक्षा आदि में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं.
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