(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Varalakshmi Vrat 2023: वरलक्ष्मी व्रत कब ? जानें डेट, मुहूर्त, सावन में महालक्ष्मी की पूजा का महत्व
Varalakshmi Vrat 2023 Date: लेकिन सावन का आखिरी शुक्रवार मां लक्ष्मी की उपासना के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. जानते इस साल सावन में वरलक्ष्मी व्रत की डेट, पूजा मुहूर्त, महत्व.
Varalakshmi Vrat 2023 Kab hai: धर्म ग्रंथों के अनुसार हर शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है लेकिन सावन का आखिरी शुक्रवार (Sawan last Friday 2023) मां लक्ष्मी की उपासना के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन को वरलक्ष्मी व्रत के नाम से जाना जाता है.
मान्यता है कि इस दिन महालक्ष्मी अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाती हैं. साधक को धन, ऐश्वर्य, सुंदरता, सुख-समृद्धि की कभी कमी नहीं होती. आइए जानते इस साल सावन में वरलक्ष्मी व्रत की डेट, पूजा मुहूर्त, महत्व.
वरलक्ष्मी व्रत 2023 डेट (Varalakshmi Vrat 2023 Date)
साल 2023 में वरलक्ष्मी व्रत 25 अगस्त 2023 को सावन के आखिरी शुक्रवार पर रखा जाएगा. वरलक्ष्मी व्रत उत्तर भारत सहित आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और उड़ीसा में भी बड़ी ही भक्तिभाव से मनाया जाता है.
वरलक्ष्मी व्रत 2023 मुहूर्त (Varalakshmi Vrat 2023 Muhurat)
- सिंह लग्न पूजा मुहूर्त (प्रातः) - सुबह 05:55 - सुबह 07:42
- वृश्चिक लग्न पूजा मुहूर्त (अपराह्न) - दोपहर 12:17 - दोपहर 02:36
- कुम्भ लग्न पूजा मुहूर्त (सन्ध्या) - शाम 06:22 - रात 07:50
- वृषभ लग्न पूजा मुहूर्त (मध्यरात्रि) - रात 10:50 - प्रात: 12:45, अगस्त 26
वरलक्ष्मी व्रत महत्व (Varalakshmi Vrat Significance)
ग्रंथों के अनुसार मां लक्ष्मी का वरलक्ष्मी अवतार कलियुग में सभी की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला बताया गया है. वरलक्ष्मी जी भगवान विष्णु की पत्नी मानी जाती हैं. मान्यता है कि मां वरलक्ष्मी का ये व्रत रखने से अष्टलक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. व्यक्ति के जीवन से दरिद्रता की छाया भी दूर हो जाती है और उसकी पीढ़ियां भी लंबे समय तक सुखी जीवन बिताती हैं.
कौन है मां वरलक्ष्मी (Who is Varalakshmi Vrat)
पुराणों के अनुसार देवी वरलक्ष्मी की उत्पत्ति क्षीर सागर से हुई थी. देवी वरलक्ष्मी के रूप को बेहद आकर्षक बताया गया है. वह निर्मल जल की तरह दूधिया रंग वाली हैं और सोलह श्रंगार और आभूषणों से सुसज्जित हैं. ऐसा भी माना जाता है कि जो कर्ज, दरिद्रता आदि की समस्या से परेशान हैं, उनके लिए यह व्रत बहुत ही पुण्यकारी माना गया है.
वरलक्ष्मी व्रत पूजा मंत्र (Varalakshmi Vrat Puja Mantra)
वरलक्ष्मीर्महादेवि सर्वकाम-प्रदायिनी
यन्मया च कृतं देवि परिपूर्णं कुरुष्व तत्
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