Dhanteras 2024 Maa Annapurna Mandir: आस्था की नगरी काशी में अनेक ऐसी प्राचीन परंपराएं व मान्यताएं हैं जो भक्तों को अपने आराध्य के प्रति अटूट विश्वास बनाए रखती है. खासतौर पर देश के प्रमुख पर्व में भी कुछ ऐसे आयोजन शामिल होते हैं जो बाकी शहर के लोगों को आश्चर्यचकित कर देते हैं.


प्रकाश पर्व दीपावली के दौरान काशी का भरण पोषण करने वाली मां अन्नपूर्णा के मंदिर से खजाना वितरण होने की परंपरा है. इस बार भी मां अन्नपूर्णा के मंदिर में धनतेरस से खजाना बटेगा, जिससे भक्तों को पूरे साल धन वैभव समृद्धि की प्राप्ति होगी.


धनतेरस से बटेगा खजाना


धर्मनगरी काशी के बारे में कहा जाता है कि यहां पर कोई भी भूख नहीं सोता. और सिर्फ इस शहर का ही नहीं बल्कि सनातन धर्मी मानते हैं कि पूरे देश का भरण पोषण मां अन्नपूर्णा ही करती है. इसी क्रम में पूरे साल में सिर्फ दीपोत्सव पर्व के दौरान निर्धारित दिन तक मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी प्रतिमा का दिव्य दर्शन भक्तों को प्राप्त होता है.


सिक्का और लावा का महत्व


दर्शन करने वाले भक्तों को आशीर्वाद के रूप में माता रानी के दरबार से लावा और सिक्का खजाना के रूप में प्राप्त होता है. मान्यता है कि प्रसाद के रूप में इस सिक्के और लावा को अपने घर में रखने से पूरे साल सुख - समृद्धि, धन की प्राप्ति होती है.


इस बार धनतेरस के दिन 29 अक्टूबर से मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन होगा. अगले 5 दिनों तक श्रद्धालु मां के दर्शन करके आशीर्वाद रूपी खजाना प्राप्त कर सकेंगे. मां अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी द्वारा इस बार 5 दिनों तक प्रसाद रूपी खजाना वितरण को लेकर जानकारी दी गई. इसकी शुरुआत धनतेरस के दिन 29 अक्टूबर से होगी.


हर दिन मां के दरबार में लगता है भक्तों का तांता


काशी और देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालु मां अन्नपूर्णा मंदिर के दरबार में दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं और विशेष तौर पर प्रकाश पर्व के दौरान खजाना वितरण के अवसर पर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है.


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