Vastu : सावन में जब सभी दिशाएं भोलेमय हैं तो घर का वास्तु भी उनकी कृपा से सुधारा जा सकता है. इसके लिए सोमवार की शिव पूजा में शिवलिंग पर गंगा जल से अभिषेक करेंगे तो भोलेनाथ जल्द प्रसन्न होंगे. इससे भक्त के जीवन से सभी विकार नष्ट हो जाएंगे. घर में अगर वास्तुदोष है और आप बेहद परेशान हैं तो घर के हर हिस्से में नियमित रूप से गंगाजल का छिड़काव करें. ऐसा करने से घर पर आया किसी भी तरह का वास्तु दोष प्रभाव खत्म हो जाता है. रोजाना गंगाजल के छिड़काव से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. पारिवारिक सदस्यों में क्लेश है तो रोज सुबह सारे घर में गंगा जल छिड़कें, नकारात्मकता का नाश होने के साथ सकारात्मकता माहौल बनेगा.
- भगवान शिव की उपासना कई वास्तुदोष खत्म कर देती है, जिन भवनों में वास्तुदोष हो, वहां सुख-शांति के लिए शिवलिंग पर अभिषेक के बाद जलहरी के जल को घर लाकर 'ॐ नमः शिवाय करालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नमः शिवाय ' ये मंत्र जपते हुए छिड़काव करना चाहिए. काम में विघ्न-बाधा, आपसी कलह, रोग आदि परेशानियां दूर करने के लिए उत्तर-पूर्व (ईशान)या ब्रह्म स्थान में रुद्राभिषेक शुभ रहेगा.
- घर-परिवार पर शिव कृपा रहे, धन आगमन हो, इसके लिए घर की पूर्व या उत्तर-पश्चिम (वायव्य) दिशा में बिल्व पेड़ लगाएं और नियमित जल दें. शाम के समय घी का दीपक जलाएं इससे लाभ होगा. सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह में वृद्धि के लिए शिव परिवार की तस्वीर लाभकारी होगी. वास्तु दोषों का प्रभाव रोकने के लिए तुलसीदास जी रचित श्री रुद्राष्टकम का पाठ सुख्रद परिणाम देता है.
- घर में सुख-समृद्धि के वास के लिए शाम को लोबान की धूप जलाकर ॐ नमः शिवाय जप करते हुए उसे पूरे घर में घुमाएं. घर की नकारात्मकता दूर करने के लिए नमक अच्छा विकल्प है. शाम को घर के सभी कोनो में नमक बिखरा दें, सुबह बाहर फेंक दें. पोछा लगाते समय पानी में भी थोड़ा नमक मिलाना वास्तुदोष को खत्म करने में सहायक होगा.
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