Vastu Shanti Muhurat in December 2022: हर व्यक्ति की चाहत होती है कि उसका खुद का घर हो. उस घर में रहना जीवन में एक नया अध्याय शुरू करने  जैसा होता है. हिंदू धर्म में शुभ कार्य की शुरुआत शुभ मुहूर्त करना बहुत महत्व रखता है. गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है, जिससे नए घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि का वास हो. वहीं वास्तु दोष (Vastu Dosh) की शांति के लिए भी पूजा का मुहूर्त देखा जाता है. आइए जानते हैं गृह प्रवेश और घर, मकान और दुकान की वास्तु शांति (Vastu Shanti) के लिए दिसंबर 2022 में कौन से मुहूर्त (Muhurat in December 2022) हैं.


गृह प्रवेश 2022 दिसंबर मुहूर्त (Grih pravesh 2022 muhurat)


2 दिसंबर 2022


मुहूर्त - 2 दिसंबर 2022, सुबह 06:59 - 3 दिसंबर 2022, सुबह 07:00


3 दिसंबर 2022


मुहूर्त -  3 दिसंबर 2022, सुबह 07:00 - 4 दिसंबर 2022, सुबह 05:34


8 दिसंबर 2022


मुहूर्त - 8 दिसंबर 2022, सुबह 09:37 - 9 दिसंबर 2022, सुबह 07:04


9 दिसंबर 2022


मुहूर्त - सुबह 07:04 - दोपहर 02:59


19 दिसंबर 2022


मुहूर्त - सुबह 07:10 - सुबह 10:31 ए एम


वास्तु शांति पूजा मुहूर्त (Vastu shanti Muhurat 2022)


घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए आप इन्हीं मुहूर्त पर दिसंबर में वास्तु शांति पूजा करवा सकते हैं. घर में गृह क्लेश, घर के सदस्यों को आर्थिक नुकसान, आए दिन किसी का बीमार रहना, नकारात्मक ऊर्जा का घर में होना वास्तु दोष का कारण हो सकते हैं. मान्यता है कि वास्तु शांति पूजा से घर के अंदर की सभी नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और फिर से घर में सुख-शांति और मां लक्ष्मी का वास होता है.


वास्तु शांति पूजा के लाभ


वास्तु (Vastu) पूजा के माध्यम से उस क्षेत्र को शुद्ध जहां नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो,  यह एक शक्तिशाली अनुष्ठान है जो व्यक्ति के जीवन और परिवेश की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है. इस पूजा के प्रभाव से किसी विशेष स्थान से नकारात्मक प्रभावों का संचार खत्म हो जाता है और वहां सुख का वास होता है.


Festival List 2023: साल 2023 में जितिया व्रत, अहोई अष्टमी कब? जानें अगले साल संतान से जुड़े खास व्रत की लिस्ट


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.