घर के बाथरूम में होता है राहु का प्रभाव, बनवाते समय रखें इन बातों का ध्यान
Vastu Tips For Bathroom : ज्योतिष का महत्वपूर्ण शाखा है वास्तु शास्त्र. इसके नियम सूर्य की किरणों पर आधारित हैं, जो अग्नि, जल और वायु के बीच संतुलन बनाए रखने का काम करते हैं.
Vastu Tips For Bathroom : ज्योतिष का महत्वपूर्ण शाखा है वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra). इसके नियम सूर्य की किरणों पर आधारित हैं, जो अग्नि, जल और वायु के बीच संतुलन बनाए रखने का काम करते हैं. कहते हैं कि अगर घर में वास्तु की चीजों का ध्यान न रखा जाए, तो परिवार के सदस्य परेशानियों से ही घिरे रहते हैं. या फिर परिवार के सदस्यों की तरक्की रूक जाती है. वास्तु दोष (Vastu Dosh) से मुक्त होने पर घर में सकारात्मक माहौल बना रहता है और घर में सुख-समृद्धि और बरकत होती है.
घर का हर एक हिस्सा अहम होता है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. घर का बाथरूम भी वास्तु नियमों के अनुसार होना चाहिए. कहते हैं कि बाथरूम में राहु का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है. ऐसे में अगर आपका बाथरूम वास्तु के हिसाब से तैयार करवाएंगे, तो घर में सकारात्मक माहौल बना रहेगा.
वास्तु के अनुसार ऐसा होना चाहिए बाथरूम
1. वास्तु के अनुसार किचन के सामने या फिर बगल में बाथरूम नहीं होना चाहिए. साथ ही, बाथरूम में टॉयलेट सीट हमेशा पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में होनी चाहिए.
2. इसके अलावा, बाथरूम दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम दिशा में भी न बनवाएं. इससे परिवार के लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है. लेकिन अगर पहले से ही इस दिशा में बाथरूम बना हुआ है, तो इसके पास काली वस्तु रख दें, ताकि इसका नकारात्मक असर खत्म हो जाए.
3. कहते हैं कि दक्षिण दिशा अग्नि तत्व से जुड़ी होने के कारण इस दिशा में नहाने का टब या शॉवर लगवाने से बचें. बाथरूम में हमेशा हल्के रंग का ही पेंट करवाएं. वैसे ब्राउन और वाइट रंग को बाथरूम के लिए अच्छा माना जाता है.
4. नीले रंग का टब या बाल्टी बाथरूम में रखना शुभ माना जाता है. कहते हैं कि इससे घर में बरकत आती है. काले और लाल रंग की बाल्टी या टब का इस्तेमाल बाथरूम में भूलकर भी न करें.
5. बाथरूम में शीशा इस तरह लगा होना चाहिए कि उसकी टॉयलेट सीट नजर न आए. साथ ही, बाथरूम की साफ-सफाई का ध्यान भी रखना जरूरी है.
6. वास्तु के अनुसार बाथरूम के नल में पानी लीक नहीं होना चाहिए. कहते हैं कि नल से पानी टपकने से आर्थिक नुकसान होता है.
7. बाथरूम के दरवाजे उत्तर या पूर्व दिशा में होने चाहिए. इसके अलावा, बाथरूम में लोहे की जगह लकड़ी के दरवाजे लगवाएं. साथ ही, यहां दरवाजों पर देवी-देवताओं की तस्वीरें न लगाएं. और बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रहना चाहिए.
8. वेंटिलेशन के लिए हर बाथरूम में खिड़की का होना जरूरी है. इससे नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल सके. खिड़की पूर्व, उत्तर या पश्चिम की ओर खुलनी चाहिए इस बात का भी ध्यान रखें.
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