एक्सप्लोरर
Advertisement
Vastu Tips: घर से रुपये-पैसे की कमी को करना है दूर तो शीशे का ऐसे करें इस्तेमाल
Vastu Tips: यदि घर में रुपये पैसे की कमी अर्थात आर्थिक तंगी है तो शीशे का इस्तेमाल कुछ इस तरह करें. वास्तुशास्त्र के अनुसार ऐसा करने से घर की आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं.
Vastu Shastra Tips: कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो कड़ी मेहनत के बावजूद किसी न किसी कारण वश पैसे की तंगी से गुजरते हैं. लोग रुपयों-पैसों के लिए काफी परेशान होते हैं और वे यह नहीं समझ पाते हैं कि क्या कारण है कि घर से आर्थिक तंगी दूर नहीं होती. कभी-कभी ऐसा कुछ वास्तु दोष के कारण भी होता है. ऐसी दशा में ऐसे लोगों को चाहिए कि वे इस वास्तु टिप्स को अपनाएं. वास्तु शास्त्र के अनुसार इस टिप्स को अपनाने से वास्तु दोष दूर होते हैं और व्यक्ति के घर में रुपयों पैसों की कमी नहीं होती.
वास्तु शास्त्र में शीशे का प्रयोग बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. इन उपायों को करने से धन की समस्याएं दूर हो जाती है. आइए जानें.
- यदि आप के घर में रुपये –पैसे की कमी है अर्थात आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं तो वास्तु शास्त्र के अनुसार डाइनिंग टेबल के सामने शीशे को इस तरह से लागएं कि पूरा डाइनिंग टेबल दिखाई पड़े. मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सभी प्रकार की आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती है.
- लोगों को कर्ज से छुटकारा पाना है तो वे घर में शीशे को उत्तर या पूर्व दिशा में लगाये. वास्तु शास्त्र के अनुसार इन दिशाओं में शीशा लगाने से धन की परेशानी दूर होती है. घर-परिवार में धन का लाभ होता है.
- धन की कमी को दूर करने के लिए शयन कक्ष के सामने शीशा लगाना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से घर की आर्थिक समस्या दूर हो जाती है.
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार के ठीक सामने शीशा कभी भी नहीं लगाना चाहिए.
- घर में एक- दूसरे दीवार के सामने दर्पण नहीं लगाना चाहिए.
- कभी भी पलंग के सामने और उसके पीछे शीशा नहीं लगाना चाहिए.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
आईपीएल
साउथ सिनेमा
Advertisement
राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
Opinion