Vastu Tips: पर्स में भूलकर भी नहीं रखनी चाहिए ये 4 चीजें, हो जाएंगे कंगाल
Vastu Tips In Hindi: वास्तु शास्त्र के मुताबिक पर्स में रखी कुछ चीजें व्यक्ति पर नकारात्मक असर डालती हैं और वो कंगाली की तरफ बढ़ता है. वास्तु के अनुसार पर्स में कुछ चीजें नहीं रखनी चाहिए.
Vastu Tips for Wallet: वास्तु शास्त्र सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा पर आधारित है. सकारात्मक ऊर्जा घर में सुख-समृद्धि लाती है जबकि नकारात्मक ऊर्जा जीवन में कई तरह की परेशानियां लेकर आता है. अगर आपके पास पैसे नहीं टिकते हैं या फिर घर में अक्सर ही आर्थिक तंगी बनी रहती है तो हो सकता है कि आप पर किसी तरह का वास्तु दोष हो. वास्तु शास्त्र के मुताबिक पर्स में रखी कुछ चीजें व्यक्ति पर नकारात्मक असर डालती हैं और इसकी वजह से वो कंगाली की तरफ बढ़ता है. वास्तु के अनुसार पर्स में कुछ चीजें बिल्कुल भी नहीं रखनी चाहिए.
पर्स में भूलकर भी नहीं रखनी चाहिए ये चीजें
- अपने पर्स या वॉलेट में कभी भी नोटों को तोड़ मरोड़कर नहीं रखना चाहिए. रुपए-पैसे मां लक्ष्मी के प्रतीक माने जाते हैं और उन्हें अव्यवस्थित तरीके से रखने पर मां लक्ष्मी नाराज होती हैं. इसलिए पर्स में रुपए हमेशा व्यवस्थित ढंग से रखें.
- पर्स में कभी भी कोई नुकीली या धातु से बनी चीजें नहीं रखनी चाहिए. माना जाता है कि पर्स में चाकू, पिन और चाबी जैसी चीजें रखने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. इसके प्रभाव से व्यक्ति धीरे-धीरे गरीबी की ओर बढ़ने लगता है.
- पर्स या वॉलेट में कभी भी कोई बिल या पुरानी रसीद जैसी चीजें ना रखें. पर्स में कागजों का ढेर लगाने पर राहु दोष लगता है जो धन हानि और बेवजह के खर्चों का कारण बनता है. इसलिए अपने पर्स से पुरानी चीजें हटा दें.
- अपने पूर्वजों का सम्मान करना चाहिए लेकिन उनकी तस्वीर कभी भी पर्स में नहीं रखनी चाहिए. इससे दोष लगता है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक पूर्वजों की तस्वीरों को अपने घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए. इसी तरह पर्स में कभी भी भगवान की तस्वीर भी नहीं रखनी चाहिए. भगवान की फोटो पूरे सम्मान से पूजा घर में लगाएं.
Somwar Upay: सोमवार के दिन करें शिव के इन मंत्रों का जाप, मिलेंगे चमत्कारी लाभ
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.