Vastu Tips For House: किसी भी काम की शुरुआत अगर वास्तु नियमों को ध्यान में रखकर की जाए, तो घर में वास्तु दोष नहीं लगता और काम भी बिना किसी बाधा के पूरे हो जाते हैं. घर के किसी भी कार्य को सही से पूरा करने में वास्तु भी अहम भूमिका निभाता है. वास्तु पर जीवन की तरक्की और उन्नति निर्भर करती है. घर में मौजूद वास्तु दोष व्यक्ति की तरक्की पर भी फुल स्टॉप लगा देते हैं. 


वास्तु जानकारों का मानना है कि वास्तु नियमों का पालन करने से घर में सकारात्मकता बनी रहती है और घर का माहौल भी पॉजीटिव रहता है. जिससे व्यक्ति लाइफ और बिजनेस आदि में खूब आगे बढ़ता है. इसलिए घर में वास्तु नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है. वहीं, अगर आप घर खरीदने की सोच रहे हैं, तो उसमें भी वास्तु के इन नियमों का पालन करना जरूरी है. 


घर खरीदने के लिए वास्तु नियम (Vastu tips For Buying New Home)


- वास्तु के अनुसार घर का प्रवेश द्वार उत्तर दिशा में होना चाहिए. अगर उत्तर दिशा में नहीं है, तो ध्यान रखें कि फिर पूर्व और उत्तर-पूर्व दिशा में हो. वास्तु में प्रवेश द्वार का ध्यान रखना जरूरी है. 


- वास्तु जानकारों का कहना है कि उत्तर और पूर्व दिशा हमेशा खाली होनी चाहिए. ऐसा होने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है. 


- कहते हैं कि घर में सूर्योदय की रोशनी का आगमन वास्तु के मुताबिक शुभ माना जाता है. हालांकि, घर में सूर्यास्त के समय की रोशनी मुख्य द्वार पर नहीं पड़नी चाहिए. 


- घर में रसोई दक्षिण पूर्व दिशा में बनी हो. वहीं, मास्टर बेड रूम दक्षिण पश्चिम दिशा में होना बेहतर होता है. वास्तु के मुताबिक बच्चों का कमरा उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए. 


- वास्तु शास्त्र में पूजा गृह यानी मंदिर उत्तर और पूर्व दिशा के कॉर्नर में होना चाहिए. नया घर खरीदते समय इन बातों का ध्यान अवश्य रखें. 


- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर वर्गाकार या आयताकार में होना चाहिए. 


- घर खरीदने से पहले एक बार वास्तु जानकार को घर अवश्य दिखा लें. उनसे हरी झंडी मिलने के बाद ही घर को खरीदें. 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.