कछुआ अंगूठी धारण करते ही बदल जाती है किस्मत, लेकिन जरा सी लापरवाही भी कर सकती है कंगाल, जानें इसके नियम
वास्तु के अनुसार कछुए को बहुत ही भाग्यशाली माना गया है. कछुए की अंगूठी को लेकर मान्यता है कि इसे धारण करने वाले पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. लेकिन इसे पहनते समय नियमों का ध्यान रखना जरूरी है.
वास्तु के अनुसार कुछ चीजों को शामिल करने से व्यक्ति तरक्की की सीढ़ी चढ़ता जाता है. इन्हीं में से एक है कछुए की अंगूठी. इसका सीधा संबंध वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) से है. जानकारों का कहना है कि इसे धारण करने से व्यक्ति के भाग्य के रास्ते खुल जाते हैं. वास्तु के अनुसार कछुए को बहुत ही भाग्यशाली माना गया है. कछुए की अंगूठी (Turtule Ring) को लेकर मान्यता है कि इसे धारण करने वाले पर मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की कृपा बनी रहती है. बहुत से लोगों को हाथ में कछुए की अंगूठी पहने देखा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं इसे पहनते समय कुछ नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
कछुए की अंगूठी धारण करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-सुविधाओं का वास होता है. साथ ही धन चुंबक की तरह खींचा चला आता है. उसी प्रकार अगर इसे पहनने में जरा सी लापरवाही की जाए तो व्यक्ति को कंगाल होने में भी जरा देर नहीं लगेगी. आइए जानें कछुए की अंगूठी धारण करने के कुछ नियम.
कछुए की अंगूठी धारण करने के नियम (Wearing Rules Of Turtule Ring)
- वास्तु शास्त्र के जानकारों का मानना है कि किसी भी व्यक्ति को शौकिया तौर पर कछुए की अंगूठी धारण नहीं करनी चाहिए. इसे धारण करने से पहले ज्योतिष की सलाह अवश्य ले लें.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सिंह और तुला राशि के जातक कुंडली दिखाकर ही ये अंगूठी धारण करें.
- कछुआ अंगूठी धारण करते समय ध्यान रखें कि कछुए का मुंह पहनने वाली की तरफ हो. इससे धन आपकी ओर आकर्षित होता है. वहीं, अगर कछुए का मुंह विपरीत दिशा में होगा तो इससे आर्थिक नुकसान होता है.
- अंगूठी सीधे हाथ की बीच वाली उंगली यानी मध्यमा उंगली या फिर साथ वाली तर्जनी उंगली में ही धारण करनी चाहिए.
- अंगूठी को सिर्फ शुक्रवार के दिन ही धारण करें. इसे हमेशा चांदी में ही बनवानी चाहिए.
- कछुआ अंगूठी बनवाते समय ध्यान रखें कि कछुए की पीठ पर श्री गुदवा लें. श्री आपके मुंह की तरफ लिखा हो.
- कई बार लोग इसे पहनने के बाद बात करते करते घुमाते रहते हैं. ऐसा करने से बचें. विपरीत दिशा में मुंह घूम जाने से आपको धन हानि होने लगेगी.
- अगर किसी कारणवश अंगूठी उतारनी भी पड़े तो इसे उतार कर पूजा घर में मां लक्ष्मी के चरणों के पास ही रखें.
- अंगूठी को एक बार उतारने के बाद फिर से पहनने का भी नियम होता है. इसे दूध से भरे कटोरे में डालकर मां लक्ष्मी के चरणों पर स्पर्श करने के बाद ही पहनें.
- ज्योतिषीयों का कहना है कि कर्क, मेष, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों को बिना सलाह के ये अंगूठी धारण करने से बचना चाहिए. बिना ज्योतिष सलाह के इसे धारण करने से इस राशि के जातक ग्रह दोष के शिकार हो सकते हैं.
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