Margashirsha Vinayak Chaturthi 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए विनायकी चतुर्थी का व्रत किया जाता है. मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की विनायक वरद चतुर्थी 27 नवंबर 2022 को है.


शास्त्रों के अनुसार बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए गणपति की पूजा उत्तम मानी गई है. मान्यता है कि बुद्धि के दाता गौरी पुत्र गजानन को विनायक चतुर्थी पर कुछ खास चीजें चढ़ाने से बच्चों का मानसिक विकास तेजी से होता है और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है. आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी पर गणपति को कैसे करें प्रसन्न.


ऐसे चढ़ाएं दूर्वा


मार्गशीर्ष माह की विनायक चतुर्थी पर बच्चों को गणपति की पूजा में शामिल करें. पूजन में बच्चों से  21 दूर्वा अर्पित कराएं. ध्यान रहे ये दूर्वा कोमल होनी चाहिए. ऐसी दूर्वा को बाल तृणम्‌ कहते हैं, जो सूख जाने पर घास जैसी हो जाती है. गणपति को दूर्वा हमेशा जोड़े में चढ़ानी चाहिए. इससे मनोकामना पूर्ण होती है, जीवन में समृद्धि आती है.


स्मरण शक्ति होगी तेज


गणपति की पूजा में अक्षत चढ़ाने से मानसिक कमजोरी दूरी होती है. याददाश्त तेज होती है. अक्षत को गणेश पर अर्पित करने से पहले थोड़ा गीला करके चढ़ाएं. क्योंकि भगवान गणेश का एक दांत टूटा हुआ है. इसलिए गीले चावल ग्रहण करना उनके लिए सहज होता है. गणपति को अक्षत अर्पित करने से व्यक्ति की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं.


पढ़ाई में लगेगा मन


अगर बच्चे का मन पढ़ाई करते हुए ध्यान भटकता है तो विनायक चतुर्थी पर 11 मूंग के लड्‌डू बप्पा को अर्पित करें. कहते हैं इससे एकाग्रता में बढ़ोत्तरी होती हैं बच्चा मन लगाकर पढ़ाई करता है.


ज्ञान में बढ़ोत्तरी


विघ्नहर्ता गणेश की पूजा की पूजा में तीन बत्तियों वाला घी का दीपक जलाना शुभ माना गया है. विनायक चतुर्थी पर ये दीप जलाकर बच्चे से इस मंत्र का जाप कराएं, मान्यता है इससे ज्ञान में वृद्धि होती है-


त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय।


लनित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय।।


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