Vinayak Chaturthi May 2020: गणेश जी सभी देवताओं में प्रथम स्थान रखते हैं. इन्हें विनायक भी कहा जाता है. ज्येष्ठ मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है. इसदिन गणेश जी की उपासना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.
पूजा का लाभ
विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करने से जीवन में यदि कोई बाधा आ रही तो उसे दूर करने में मदद मिलती है. कोई गंभीर रोग से पीड़ित है तो उसे भी आराम मिलता है. उसकी पीड़ा दूर होती है. इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों को अगर पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा आ रही है तो वह भी दूर होती है. वहीं महिलाओं को मनचाही संतान प्राप्त होती है. ऐसी मान्यता है इस दिन की पूजा और व्रत की.
लॉकडाउन में ऐसे करें पूजा
कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में इस समय लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में यह पूजा आसानी से घर पर ही संपंन हो सकती है. सुबह स्नान करने के बाद पूजा स्थान को शुद्ध करें और व्रत का संकल्प लेते हुए पूजा आरंभ करें. भगवान गणेश जी को उनकी प्रिय चीजों का भोग अवश्य लगाएं. गणेश जी के साथ भगवान शिव और माता पावर्ती की पूजा भी करें. तभी पूर्ण लाभ प्राप्त होगा.
इन बातों का ध्यान रखें
आज के दिन जो लोग व्रत रख रहे हैं उन्हें कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. व्रत वाले दिन पूर्ण भक्तिभाव से व्रत को पूर्ण करें. इस दिन गणेश आरती और गणेश मंत्रों का उच्चारण करें. बुराई से दूर रहें. क्रोध न करें. वाणी मधुर रखें विद्यार्थी माता पिता का सुबह उठकर आर्शीवाद लें.
पूजा का समय
पंचांग के अनुसार पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 10:59 से लेकर दोपहर 02:45 तक रहेगा.