Vishnu Purana: धार्मिक ग्रंथ-पुराणों में लिखी बातें सदियों से व्यक्ति के जीवन की समस्त समस्याओं का हल करती आ रही हैं. इनमें जीवन को सुखी और सफल बनाने के रहस्य समाहित होते हैं. हिंदू धर्म में पुराण का अर्थ पुरातन से होता है.
यदि प्राचीन ग्रथों की बात करें तो वाल्मीकि रामायण, महाभारत और पुराण आते हैं. पुराणों की संख्या 18 है. लेकिन आज हम बात करेंगे “विष्णु पुराण” की. आइये जानते हैं क्या है विष्णु पुराण और इसमें ऐसी कौन सी बातें समाहित है, जिसमें सफल होने का सार छिपा है.
क्या है विष्णु पुराण
हिंदू धर्म में पुराणों की संख्या 18 है. लेकिन अन्य 17 पुराणों में विष्णु पुराण सबसे छोटा है. इसमें केवल सात हजार श्लोक और छह अध्याय हैं. इसकी रचना महर्षि वेद व्यास के पिता पराशर ऋषि ने की है. इसमें श्रीहरि और उनके भक्तों से जुड़ी रोचक कथाओं का वर्णन मिलता है. साथ ही इसमें श्रीहरि के अवतारों, श्रीकृष्ण चरित्र और राम कथा का भी उल्लेख किया गया है. इस पुराण के अंत में प्रलय और मोक्ष के बारे में भी बताया गया है. जानते हैं विष्णु पुराण की वो 10 बातें, जिसमें छिपा है जीवन की सफलता का राज.
- सोना-जागना: सोना और जागना व्यक्ति की नित्यक्रिया में शामिल है. लेकिन सफल होने के लिए इन दोनों कामों को सही समय पर करना बेहद जरूरी है. विष्णु पुराण के अनुसार, ज्यादा समय तक सोना और ज्यादा देर तक जागना, दोनों ही काम घातक साबित हो सकते हैं. क्योंकि सोने का समय कम या ज्यादा होने से स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है. स्वास्थ्य लाभ के लिए व्यक्ति को हमेशा ब्रह्ममुहुर्त में उठना चाहिए.
- व्यायाम करना: आपकी सफलता की कुंजी आपका स्वास्थ्य है. क्योंकि शारीरिक रूप से स्वस्थ्य व्यक्ति की हर काम सही तरीके से कर पाता है. स्वस्थ शरीर के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है. लेकिन यह भी जरूरी है कि व्यायाम कितना और कब तक किया जाए. विष्णु पुराण के अनुसार, व्यायाम हमेशा उतना ही करें जितना हमारा शरीर सहन कर सके.
- गरीबों को सताना: विष्णु पुराण के अनुसार, जो लोग निर्धन, गरीब या असहाय लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं या किसी भी तरह से उन्हें सताते हैं ऐसे लोगों को विष्णु पुराण में पापी कहा गया है.
- नकारात्मक ऊर्जा से रहें दूर: सफलता चाहते हैं तो आपको नकारात्मक माहौल से दूर रहना चाहिए. इसलिए ऐसे जगह पर बिल्कुन न जाएं, जहां का वातावरण नकारात्मक हो. खासकर रात के समय श्मशान जानें से बचें.
- ऐसे लोगों से रहें दूर: विष्णु पुराण के अनुसार, ऐसा व्यक्ति जिसका चरित्र ठीक नहीं होता या वह अधार्मिक होता है, उससे उचित दूरी बनाकर रखना चाहिए, क्योंकि ऐसे लोगों की संगति में रहने से आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
- निर्वस्त्र होकर स्नान ना करें: विष्णु पुराण के अनुसार, जो लोग निर्वस्त्र होकर स्नान करते हैं वो जल देवता का अपमान करते हैं. एक बार गोपियों के पानी में स्नान करते हुए श्रीकृष्ण ने उनके वस्त्र छिपा दिए थे. हालांकि बाद में श्रीकृष्ण ने गोपियों को वस्त्र दे दिए थे. इस घटना को जलकांड कहा जाता है. गोपियां निर्वस्त्र स्नान कर रही थीं, जिससे उन्हें इस परेशानी का सामना करना पड़ा. इसलिए निर्वस्त्र होकर स्नान नहीं करना चाहिए.
- संभोग: विष्णु पुराण के अनुसार, ज्यादा लंबे समय तक या सुबह के समय शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए. ऐसा करने से शारीरिक दुर्बलता आती है और शरीर कमजोर हो जाता है.
- देर तक स्नान करना: व्यक्ति को प्रतिदिन स्नान करना चाहिए, यह स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है. लेकिन अधिक देर तक स्नान करना शरीर को शुद्ध करने के बजाय आपको बीमार कर सकता है. इसलिए स्नान करने का काम जल्दी से जल्दी करना चाहिए.
- सरसों तेल: विष्णु पुराण के अनुसार जो लोग सरसों का तेल का सौदा करते हैं उनपर कर्ज का बोझ बढ़ता है. वहीं सरसों तेल दान करने से शनि का प्रकोप कम होता और रोग-कष्ट से छुटकारा मिलता है.
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