क्षीर सागर निवासरत जगत पालक श्रीहरि विष्णु की भार्या लक्ष्मी जी को जल से विशेष स्नेह है. जिन घरों में जल संरक्षण होता है. उचित उपयोग होता है वहां लक्ष्मी ठहरती हैं. दुरुपयोग की स्थिति में धन की चंचलता बढ़ जाती है. जिन घरों में जल का रिसाव होता रहता वहां लक्ष्मी ठहरती नहीं हैं. ऐसे में ध्यान रखें कि कोई नल या पाइप से अनावश्यक रिसाव न हो. जल बहाव के पर पूर्ण नियंत्रण रहना चाहिए। जल को धन माना गया है.
जिन घरों में लक्ष्मी कृपा बढ़ानी हो वो मीन जोड़ा, कछुआ आदि को जीवंत घर में प्रश्रय दें. अथवा चित्र का उत्तर दिशा में संयोजन करें। इससे लक्ष्मीजी का आकर्षण बढ़ता है. मकर संक्रांति पर स्नान का विशेष महत्व है। यह जल के संरक्षण और प्रबंधन को प्रेरित करता है। . नदियों सरोवरों में गंदगी करने से भी लक्ष्मी रुष्ट होती हैं.।
इसी वर्ष हरिद्वार में गंगा किनारे कुंभ का आयोजन है. जो श्रद्धालु सच्चे मन से गंगा में स्नान करते हैं उन्हें अष्टलक्ष्मी की प्राप्ति होती है. वे धनवान यशवान देहवान और सुंदर संतानों को प्राप्त होते हैं. ज्योतिष में भी कर्क वृश्चिक और मीन राशि पर लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है. ऐसे जातक ज्ञानवान और धन से संपन्न होते हैं. इन जातकों घर और पूजा स्थल में शंख अवश्य रखना चाहिए.