Budhvaar Pooja: हर दिन किसी ना किसी भगवान को समर्पित है, सोमवार को भोलेनाथ शिव शंभु की उपासना की जाती है, वैसे ही मंगलवार को हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसे ही बुधवार का दिन गणेश जी यानि विघ्नहर्ता को समर्पित है. इस दिन गणेश जी की पूजा करने से जहां जीवन में सुख-समृद्धि आती हैं वहीं बुध ग्रह के दोष भी दूर होते हैं. जीवन में मिलने वाली सफलता के पीछे बुध ग्रह का विशेष योगदान माना गया है. क्योंकि बुध ग्रह का संबंध बुद्धि, वाणी, वाणिज्य से भी है. बुधवार के दिन कैसे इस ग्रह को शांत करें आइए जानते हैं-


सभी ग्रहों में सबसे सुंदर और कोमल ग्रह कोई है तो वो है बुध ग्रह. बुध का सीधा संबंध आपकी त्वचा और सुंदरता से है. आइये आपको बताते हैं अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह कमजोर पड़ रहा है तो आपकी कैसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.


 



बुध ग्रह की शुभ-अशुभ स्थिति का ऐसे लगाएं पता



  • जिस किसी का भी बुध ग्रह कमजोर होगा उसे सौंदर्य या अपनी त्वचा से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

  • अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह कमजोर होगा तो आपकी सुंदरता में कमी आने लगेगी.

  • अगर आपका बुध ग्रह कमजोर है तो आपकी याद करने की क्षमता कम होने लगती है.

  • आप दूसरों से गलत तरीके से बात करने लगते है, आपकी वाणी मधुर नहीं रहेगी.


'बुध' हैं ग्रहों के राजकुमार



  • अगर आपको बुध मजबूत है तो आप हमेशा जवान दिखेंगे है.

  • आपका चमकता हुआ चेहरा, मजूबत बुध की पहचान है.

  • अगर आपको सुंगध से प्यार है ,तो ये आपके मजबूत बुध को दर्शाता है.

  • आपको हर चीज अगर याद रहती है, तो ये मजबूत बुध की पहचान है.


बुध ग्रह के उपाय (Budh Ke Upay)



  • बुधवार के दिन व्रत करें .

  • इस व्रत को 45, 21 या 17 बुधवारों तक करना चाहिए. 

  • इस दिन हरें रंग के वस्त्र धारण करें.

  • हरे रंग का वस्त्र धारण करके 'ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:' इस मंत्र का 17, 5 या 3 माला जाप करें.

  •  भोजन से पहले तीन तुलसी के पत्ते चरणामृत या गंगाजल के साथ खाकर तब भोजन करें.

  •  इस व्रत के दिन आपको हरी चीजों का सेवन करना चाहिए.

  •  बुधवार की कथा सुनकर आरती के बाद प्रसाद लेना चाहिए.

  •  इस व्रत को करने से विद्या और धन का लाभ होता है.

  •  व्यापार में भी उन्नति होती है और शरीर स्वस्थ रहता है.


बुध ग्रह की शांति के लिए आपको बुधवार का व्रत करना चाहिए. इस दिन गणेश जी को दूर्वा घास अर्पित करनी चाहिए. इसके साथ गणेश जी के मंत्रों का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से आपकी सभी दिक्कतें कम हो जाती हैं.


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