Weekly Panchang 4-10 December 2023: दिसंबर का पहला सप्ताह मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि शुरू हो रहा है. इसके अगले दिन यानी अष्टमी को काल भैरव जयंती मनाई जाएगी. भगवान काल भैरव शिव के रौद्र रूप हैं. इस सप्ताह की समाप्ति 10 दिसंबर 2023 पर होगी.
इस सप्ताह में उत्पन्ना एकादशी का व्रत भी है. ये दिन बहुत खास है क्योंकि इसी तिथि पर श्रीहरि के अंश से माता एकादशी प्रकट हुई थीं और एकादशी व्रत शुरू हुआ था. आइए जानते हैं 7 दिन कौन से त्योहार, व्रत, ग्रह परिवर्तन, शुभ योग होंगे.
साप्ताहिक पंचांग 4 दिसंबर- 10 दिसंबर 2023, शुभ मुहूर्त, राहुकाल (Weekly Panchang 4 December 2023 - 10 December 2023 )
4 दिसंबर 2023 (Panchang 4 December 2023)
- तिथि - सप्तमी
- पक्ष - कृष्ण
- वार - सोमवार
- नक्षत्र - मघा
- योग - वैधृति, रवि योग
- राहुकाल - सुबह 08.16 - सुबह 09.24
5 दिसंबर 2023 (Panchang 5 December 2023)
- व्रत-त्योहार - काल भैरव जयंती, कालाष्टमी
- तिथि - अष्टमी
- पक्ष - कृष्ण
- वार - मंगलवार
- नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी
- योग - विष्कंभ
- राहुकाल - दोपहर 02.47 - शाम 04.06
6 दिसंबर 2023 (Panchang 6 December 2023)
- तिथि - नवमी
- पक्ष - कृष्ण
- वार - बुधवार
- नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी
- योग - प्रीति, सर्वार्थ सिद्धि योग
- राहुकाल - दोपहर 12.12 - दोपहर 01.30
7 दिसंबर 2023 (Panchang 7 December 2023)
- तिथि - दशमी
- पक्ष - कृष्ण
- वार - गुरुवार
- नक्षत्र - हस्त
- योग - आयुष्मान
- राहुकाल - दोपहर 01.30 - दोपहर 02.48
8 दिसंबर 2023 (Panchang 8 December 2023)
- व्रत-त्योहार - उत्पन्ना एकादशी
- तिथि - एकादशी
- पक्ष - कृष्ण
- वार - शुक्रवार
- नक्षत्र - हस्त
- योग - सौभाग्य
- राहुकाल - सुबह 10.54 - दोपहर 12.12
9 दिसंबर 2023 (Panchang 9 December 2023)
- व्रत-त्योहार - वैष्णव उत्पन्ना एकादशी
- तिथि - द्वादशी
- पक्ष - कृष्ण
- वार - शनिवार
- नक्षत्र - चित्रा
- योग - शोभन, सर्वार्थ सिद्धि योग, द्विपुष्कर योग
- राहुकाल - सुबह 09.37 - सुबह 10.55
10 दिसंबर 2023 (Panchang 10 December 2023)
- व्रत-त्योहार - रवि प्रदोष व्रत
- तिथि - द्वादशी
- पक्ष - कृष्ण
- वार - रविवार
- नक्षत्र - स्वाती
- योग - अतिखण्ड
- राहुकाल - शाम 04.07 - शाम 05.24
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.