Weekly Vrat Tyohar 2023 (25 September to 01 October): अभी भाद्रपद का महीना चल रहा है. यह भाद्रपद और सितंबर का आखिरी हफ्ता है, जिसकी शुरुआत 25 सितंबर से होगी. यह दिन भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है. इस दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा. साथ ही व्रत-त्योहारों की दृष्टि से सितंबर का आखिरी सप्ताह बहुत ही महत्वपूर्ण रहने वाला है. इस हफ्ते कई महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार पड़ेंगे.


सितंबर के आखिरी हफ्ते में भाद्रपद पूर्णिमा,अनंत चतुर्दशी व्रत, परिवर्तिनी एकादशी, बुध प्रदोष व्रत, वामन जयंती, गणेश विसर्जन, पितृपक्ष, पंचक आदि जैसे व्रत-त्योहार पड़ेंगे. ऐसे में पूजा-पाठ के लिए यह सप्ताह खास रहेगा. आइए जानते हैं 25 सितंबर से 01 अक्टूबर 2023 के बीच पड़ने वाले व्रत-त्योहारों के बारे में.




  • 25 सितंबर 2023 सोमवार, परिवर्तिनी एकादशी व्रत (Parivartini Ekadashi 2023): सितंबर के आखिरी हफ्ते के पहले दिन 25 सितंबर को परिवर्तिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा. इस व्रत को लेकर ऐसी मान्यता है कि, इस एकादशी में भगवान विष्णु करवट लेते हैं. इस दिन पूजा के लिए सुबह 09:12 से 10:42 तक का समय शुभ रहेगा. इससे पहले पूजा न करें, क्योंकि राहुकाल रहेगा.

  • 26 सितंबर 2023 मंगलवार, वामन जयंती, पंचक शुरु (Vamana Jayanti 2023 and Panchak Start): 26 सितंबर 2023 को भाद्रपद की शुक्लपक्ष की द्वादशी के दिन वामन जयंती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इसी दिन भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया था. इस दिन पूजन करने से व्यक्ति के भीतर अहंकार की भावना खत्म होती है.

  • 27 सितंबर 2023 बुधवार, बुध प्रदोष व्रत (Budh Pradosh Vrat 2023): इस दिन बुध प्रदोष व्रत रखा जाएगा. इस व्रत को करने से कभी न खत्म होने के समान पुण्य मिलता है. इस दिन शिवजी की पूजा के लिए शाम 06:12 से  रात 08:36 तक का समय शुभ रहेगा. साथ ही इस दिन से पंचक की शुरुआत हो रही है. पंचक के पांच दिनों में शुभ-मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं.

  • 28 सितंबर 2023 गुरुवार, गणपति विसर्जन और अनंत चतुर्दशी (Ganesh Visarjan and Anant Chaturdashi 2023): 28 सितंबर का दिन बहुत खास है. इस दिन अगले बरस जल्दी आने की कामना के साथ बप्पा को विदाई दी जाएगी. साथ ही इस दिन अनंत चतुर्दशी का व्रत रखा जाएगा. दोनों ही पर्व को हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण माना गया है.

  • 29 सितंबर 2023 शुक्रवार, पितृपक्ष शुरू और भाद्रपद पूर्णिमा: (Pitru Paksha 2023 and Bhadrapada Purnima): 29 सितंबर से पितृपक्ष की शुरुआत हो जाएगी, जिसका समापन 14 अक्टूबर को होगा. पितृपक्ष में पूर्वजों का श्राद्ध और पिंडदान किया जाता है. साथ ही इस दिन भाद्रपद पूर्णिमा भी है. पूर्णिमा के दिन स्नान, दान, व्रत और पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है.


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