Weekly Vrat Tyohar 2023 (8-14 May): इस हफ्ते संकष्टी चतुर्थी, कालाष्टमी और बड़ा मंगल जैसे कई व्रत-त्योहार पड़ेंगे, यहां देखें
Weekly Vrat Tyohar 2023: 8-14 मई में कई व्रत-त्योहार पड़ने वाले हैं. इस हफ्ते कालाष्टमी और एकदंत संकष्टी चतुर्थी जैसे पर्व होंगे. जानते हैं मई के दूसरे हफ्ते में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की लिस्ट.
Weekly Vrat Tyohar 2023 (8-14 May): आज से ज्येष्ठ महीने की शुरुआत हो चुकी है और इस महीने कई महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार पड़ेंगे. बात करें मई के दूसरे हफ्ते कि तो, पंचांग के अनुसार मई के दूसरे हफ्ते की शुरुआत ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पड़ेगी.
8 से 14 मई 2023 यानी मई का दूसरा हफ्ता भी पहले हफ्ते की तरह व्रत-त्योहारों से भरा हुआ है. इस महीने एकदंत संकष्टी चतुर्थी, कालाष्टमी, बड़ा मंगलवार, हनुमान जयंती (तेलुगु) आदि जैसे कई व्रत-त्योहार पड़ेंगे. जानते हैं इस हफ्ते पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की पूरी सूची.
- 08 मई 2023 (सोमवार): 8 मई को एकदंत संकष्टी चतुर्थी पड़ेगी. इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है. साथ ही इस दिन चंद्रमा पूजा करने का भी विधान है. इस दिन लोग चंद्रमा के दर्शन करने के बाद ही व्रत खोलते हैं. मान्यता है कि एकदंत संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और कार्यों में विघ्न नहीं पड़ते हैं.
- 09 मई 2023 (मंगलवार): इस दिन ज्येष्ठ महीने का पहला बड़ा मंगल रहेगा. ज्येष्ठ महीने में पड़ने वाले हर मंगलवार को हनुमान जी की पूजा की जाती है. इससे व्यक्ति के जीवन के सभी सकंट दूर हो जाते हैं.
- 12 मई 2023 (शुक्रवार): इस दिन कालाष्टमी व्रत रखा जाएगा. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से दुख, भय, दरिद्रता और शत्रुओं से मुक्ति मिलती है. कालाष्टमी पर भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव की पूजा करने का विधान है.
- 14 मई 2023 (रविवार): इस दिन हनुमान जयंती मनाई जाएगी. यह तेलुगु हनुमान जयंती होती है, जिसे खासकर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में मनाया जाता है. इन राज्यो में इस हनुमान जयंती को सौभाग्य दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन लोग हनुमान जी पूजा और रामायण का पाठ करते हैं.
ज्येष्ठ महीने का महत्व
हिंदू धर्म में ज्येष्ठ महीने का विशेष महत्व होता है. यह हिंदू पंचांग का तीसरा महीना होता है. कहा जाता है कि इसी महीने सूर्य अत्यंत ताकतवर हो जाते हैं और भयंकर गर्मी पड़ने लगती है. इस महीने भगवान सूर्य और वरुण देव की उपासना करना फलदायी होता है. इस साल 6 मई से ज्येष्ठ महीने की शुरुआत हो चुकी है जोकि 4 जून को खत्म होगा.
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