(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
World Health Day 2024: गीता में छिपा है अच्छी लाइफस्टाइल का राज, नियम अनुशासन से रह सकते हैं हेल्दी
World Health Day 2024: स्वास्थ्य से जुड़े अहम मुद्दों के बारे में जागरूक करने के लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है. गीता में भी अच्छी सेहत के महत्व के बारे में बताया गया है.
World Health Day 2024, Geeta Gyan: हर साल 07 अप्रैल के दिन को दुनियाभर में विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day 2024) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को वैश्विक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता के बढ़ाने और स्वस्थ जीवन जीने के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है.
व्यक्ति का स्वास्थ्य की उसकी असली पूंजी है. इसलिए हर व्यक्ति को स्वस्थ रहने का अधिकार है. भागवत गीता में ज्ञान का भंडार है. साथ ही इसमें स्वस्थ सेहत से जुड़े कई राज भी छिपे हैं. गीता में शरीर को रथ के समान बताते हुए कहा गया है कि, इंद्रिया इसके घोड़े हैं, मन सारथी है और आत्मा स्वामी है.
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए मन को भी स्वस्थ रखना जरूरी है. क्योंकि मन जैसा आदेश देता है, हमारा शरीर वैसा ही काम करता है. यानी मन की लगाम से ही शरीर रूपी रथ का घोड़ा उसी दिशा में दौड़ता है. शरीर में ऐसा कोई अंग अवयव नहीं जोकि मन की उपेक्षा न कर सके. महाभारत युद्ध के दौरान जब भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को उपदेश देते हैं, तब एक श्लोक के जरिए वह स्वस्थ शरीर के बारे में बताते हैं-
नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मणः। शरीरयात्रापि च ते न प्रसिद्ध्येदकर्मणः॥
अर्थ: तुम अपने नियत कर्तव्य कर्म करो क्योंकि अकर्म से श्रेष्ठ कर्म है. तुम्हारे अकर्म होने से अर्थात् कर्म न करने से तुम्हारा शरीर निर्वाह भी सिद्ध नहीं होगा.
श्लोक- 'युक्ताहारविहारस्य युक्तचेष्टस्य कर्मसु। युक्तस्वप्नाव बोधस्य योगो भवति दु:ख।।'
अर्थ: संतुलित आहार, मनोरंजन और कर्म में सतुंलन रखने, सही प्रयास करने और सुचित निद्रा से व्यक्ति दुखों से दूर रहत है. गीता के इस श्लोक में ‘युक्ताहारविहारस्य’ का अर्थ संतुलित आहार और मनोरंजन से है, जिससे शारीरिक के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य भी स्वस्थ रहे.
श्लोक: 'युक्ताहारविहारस्य युक्तचेष्टस्य कर्मसु। युक्तस्वप्नाव बोधस्य योगो भवति दु:ख।।
अर्थ: संतुलित आहार आरामपूर्ण विहार, उचित कर्म और अच्छी नींद से योग होकर दुखों से दूर रहा जा सकता है. आज के समय में भी शारीरिक और मानिसक रूप से स्वस्थ रहने के लिए इसका पालन करना अति आवश्यक है.
ये भी पढ़ें: Bhutadi Amavasya 2024: भूतड़ी अमावस्या क्या होती है ? अप्रैल में कब है ये, जानें सही तारीख और भूतों से क्या है संबंध
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.