World Soil Day 2023: हर साल 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को मनाए जाने का उद्देश्य जीवन में मृदा या मिट्टी के महत्व को समझना है. जीवन के लिए मिट्टी का संरक्षण जरूरी है.


हिंदू धर्म में मिट्टी का महत्व


हिंदू धर्म में भी मिट्टी का विशेष महत्व होता है. इसलिए यहां कई तीज-त्योहार और शादी-विवाह में माटी पूजन का महत्व है. धर्म ग्रंथों में भी मिट्टी के महत्व के बारे में बताया गया है.


पंच तत्व का प्रतीक है मिट्टी से बनी चीजें


ऐसी मान्यता है कि, मिट्टी से बनी चीजों का प्रयोग करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है. क्योंकि इसे पंचतत्व का प्रतीक माना गया है. इसका कारण यह है कि, जब मिट्टी से किसी चीज को बनाया जाता है तो पहले मिट्टी को पानी में गलाया जाता है जो भूमि तत्व और जल तत्व का प्रतीक होता है. इसके बाद इसे विशेष आकृति देकर धूप और हवा में सुखाया जाता है, जो आकाश और वायु तत्व का प्रतीक है. इसके बाद आखिर में मिट्टी से बनी वस्तु को आग में तपाकर मजबूत किया जाता है, यह अग्नि तत्व का प्रतीक है. यही कारण है कि, हिंदू धर्म में मिट्टी के बनी चीजों को शुद्ध माना जाता है और पूजा-पाठ में इसका इस्तेमाल किया जाता है.


मिट्टी से बनी ये चीजें हैं शुभ



  • दीपक: पूजा-पाठ के लिए वैसे तो विभिन्न धातुओं से निर्मित दीपक का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन मिट्टी से बना दीपक बहुत शुभ होता है. मिट्टी का दीप जलाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है.

  • मिट्टी की मूर्ति: दीपक की तरह ही हिंदू धर्म में मिट्टी से बनी देवी-देवताओं की मूर्ति को शुभ माना गया है. इसलिए नियमित पूजा-पाठ से लेकर विशेष अनुष्ठान में मिट्टी की मूर्ति स्थापित की जाती है.

  • मिट्टी के गमले: अगर आप अपने घर, आंगन या बालकनी में फूल के पौधे लगाते हैं तो मिट्टी के गमलों का ही प्रयोग करें. इसे बहुत शुभ माना गया है. खासकर तुलसी का पौधा मिट्टी के गमले में ही लगाना चाहिए. क्योंकि प्लास्टिक, लोहे, सीमेंट या अन्य चीजों में तुलसी का पौधा लगाना शुभ नहीं होता है. ऐसा करने से घर की सुख-शांति भंग होती है.

  • घड़ा या सुराही: ठंडे पानी के लिए घड़ा या सुराही का प्रयोग किया जाता है. लेकिन सेहत के साथ ही घर की शुभता के लिए मिट्टी का घड़ा बहुत शुभ होत है. जिस घर में मिट्टी या सुराही में पानी रखा जाता है, वहां बरकत बनी रहती है. लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना है कि, घड़ा या सुराही हमेशा पानी से भरा रहे, इसे भूलकर भी खाली न रखें.


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