Bhism Pitahmah And Krishna Real Age: आधुनिक समय का इंसान ज्यादा से ज्यादा 100 साल तक जीवित रहा सकता है. अगर अच्छा खान-पान हो और अनुकूल वातावरण तो 125 साल तक व्यक्ति जीवित रह सकता है.


अगर हिंदू पौराणिक ग्रंथों की बात करें तो ऐसे कई उल्लेख मिलते है कि सालों पहले बहुत से देवपुरुष थे जो हजारों वर्षों तक जीवित रहे. पुराणों में ऐसे कई महापुरुषों का उल्लेख है, जिनमें अश्वत्थामा, व्यास, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य, परशुराम और बालि जैसें लोग आज भी जीवित हैं. किंतु क्या आपने सोचा है कभी महाभारत (Mahabharat) युद्ध के समय भीष्म पितामह और कृष्ण की क्या उम्र रही होगी?


भीष्म पितामह और कृष्ण की उम्र (Bhishma Pitamah and Krishna )


भीष्म पितामह (Bhishma Pitamah) ने जब गंगा से शादी की तो उससे उनकों एक पुत्र की प्राप्ति हुई जिसका नाम देवव्रत रखा गया. देवव्रत को ही आगे चलकर लोगों ने भीष्म पितामह के नाम से जाना.


जब देवव्रत विवाह के लायक हुआ तो उसके बूढ़े पिता शांतनु ने युवा सत्यावती से विवाह किया. उस समय भीष्म पितामह की उम्र 22 साल की थी.


दरअसल अज्ञातवास और वनवास को पूरा करने के बाद जब पाण्डवों ने अपना हक मांगा तो उन्हें धुत्तकर दिया गया, जिसके बाद महाभारत का युद्ध हुआ जो 18 दिनों तक चला.


उस वक्त भीष्म पितामह (Bhishma Pitamah) की उम्र 170 साल थी, जब उन्होनें अपना शरीर शरशय्या पर त्याग दिया. भीष्म पितामह की इस लंबी उम्र का कारण कड़ा ब्रह्मचर्य था. जिसका उन्होनें सदैव पालन किया. 


जानकारों के अनुसार महाभारत का युद्ध (Mahabharat Yudh) आज से लगभग 3067 ईसा पूर्व हुआ था, उस वक्त श्रीकृष्ण की उम्र 56 साल के आस पास थी. वही कुछ विद्वानों का मत है कि महाभारत युद्ध के समय उनकी उम्र 83 साल थी.


वही श्रीकृष्ण ने 119 साल की उम्र में देह त्याग किया था. महाभारत (Mahabharat) के युद्ध के वक्त अर्जुन की उम्र 55 साल, कृष्ण की उम्र 83 साल तो वही भीष्म करीब 150 वर्ष के थे.


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