हाथ हो या पैर, पेट हो या गर्दन, आजकल लोग हर जगह पर तरह-तरह के टैटू बनवा रहे हैं. इसका चलन महानगरों में ज़्यादा देखने को मिलता. जहां एक तरफ लोगों में इस चलन को लेकर काफी उत्साह है वहीं मन में बहुत सी दुविधाएं भी. जैसे कि टैटू बनवाते वक्त किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए, बाद में किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए आदि. आपके इसी कंफ्यूज़न को दूर करने के लिए आज हम आपको उन गलतियों के बारे में बताएंगे जिनसे बचकर आप अपने इस शौक को पूरा कर सकते हैं.


टैटू के बारे में जाने सब कुछ

टैटू को कला के रूप में जाना जाता है. इस कला को लोग अपने शरीर पर अनेक हिस्सों में बनवाते हैं. ब्लैक एंड वाइट टैटू के साथ-साथ रंग-बिरंगे टैटू का भी ट्रेंड है. फूल पत्ती हो या जानवर, अलग शेप्स हो या रोल मॉडल आजकल लोग तरह-तरह के टैटू बनवा रहे हैं. इसके अलावा लोग भगवानों के नाम व उनके चित्र भी टैटू रूप में बनवाते हैं. मार्केट में आज परमानेंट टैटू के अलावा टेंपरेरी टैटूज भी मौजूद हैं. जो लोग परमानेंट टैटूज नहीं बनवाना चाहते वे टेंपरेरी टैटूज की मदद से अपने शौक को पूरा कर सकते हैं. यह टेंपरेरी टैटू स्कीन की ऊपरी लेयर पर बनते हैं. इन्हीं को एपिडर्मिस कहा जाता है. जबकि परमानेंट टैटू स्किन की भीतरी दूसरे लेयर पर बनते हैं जिन्हें डर्मिस कहा जाता है.


इन बातों का रखें ध्यान

- टैटू हमेशा टैटू एक्सपर्ट से ही बनवाएं.
- टैटू आर्टिस्ट का पोर्टफोलियो वेबसाइट पर अच्छे से वेरीफाई करें
- टैटू बनवाते समय ध्यान दें कि आर्टिस्ट ने ग्लब्स पहने हों.
- कुछ लोग सस्ते के चक्कर में क्वालिटी पर ध्यान नहीं देते. यह गलती बिल्कुल ना करें. इससे आपकी स्किन भी खराब हो सकती है.
- जिस सीरिंज से आपका टैटू बने, उसकी एक्सपायरी डेट जरूर जांच लें.
- खाली पेट टैटू बनवाने ना जाएं. इसके अलावा अल्कोहल का सेवन बिल्कुल ना करें.
- अपनी सुविधा के अनुसार ही कपड़े पहन कर जाएं
- टेंपरेरी टैटू हेयर ड्राई और फेविकोल जैसे पदार्थ से तैयार की गई इंक से बनाए जाते हैं. इसीलिए स्किन के पोर्स को हवा नहीं मिल पाती है. ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. टेंपरेरी टैटूज़ बनवाए भी तो वही जो हफ्ते भर से ज्यादा न चले वरना परमानेंट ही बनवाएं.


टैटू के बाद इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप किसी प्रोफेशनल टैटू आर्टिस्ट से अपने टैटू बनवाते हैं तो इससे यह फायदा होता है कि वह टैटू बनाने से पहले आपकी स्किन के नेचर को समझ लेता है और उसी को ध्यान में रखकर टैटू बनाता है. ये आपकी स्किन टाइप को समझ कर ही आपको प्रोडक्ट जैसे कि साबुन, क्रीम, लोशन, एंटी एलर्जी की दवाइयां आदि प्रोवाइड करेगा. ऐसे में आपको स्किन एलर्जी का खतरा एकदम कम हो जाता है. टैटू आपकी त्वचा पर एक स्क्रैच जैसा छपा होता है. जैसे किसी स्क्रैच पर खाल बनने में लगभग हफ्ते 10 दिन का समय लगता है वैसे ही टैटू में भी हफ्ते 10 दिन का वक्त उभरने में लग जाता है. इस दौरान आप धूल मिट्टी, पानी, साबुन से टैटू को बचाएं. अगर आप इसके लिए टैटू कवर का इस्तेमाल करेंगे तो इंफेक्शन नहीं होगा. अगर आपको किसी भी तरह की एलर्जी महसूस हो तो तुरंत स्पेशलिस्ट को दिखाएं. अगर आप समय रहते सावधानी बरतेंगे तो इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा.