Clothes  Washing Tips : कुछ लोग रोज-रोज अपने कपड़े साफ करते हैं तो कुछ कई-कई दिनों तक उन पर पानी ही नहीं पड़ने देते हैं. अगर आप भी जल्दी-जल्दी या कई-कई दिनों तक कपड़े नहीं धोते हैं, तो अपनी इस आदत को बदल लीजिए, क्योंकि यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है. दरअसल, कपड़ों को ज़्यादा धोना और कम धोना दोनों ही नुकसानदायक हैं. इसका असर कपड़ों पर ही नहीं आपकी सेहत पर भी पड़ सकता है. चलिए जानते हैं कपड़ों को डेली वॉश करने या लंबे समय तक न धोने से क्या नुकसान हैं...


यह भी पढ़ें: देश के लगभग 88% लोग हैं एंग्जायटी के शिकार, अगर आप भी हैं उनमें से एक तो करें ये काम




जल्दी-जल्दी कपड़ों को धोने से नुकसान




1. कपड़ों का घिसना




ज़्यादा धुलाई से आपके कपड़े समय से पहले ही फट जाएंगे. वाशिंग मशीन से निकलने वाला घर्षण और कठोर डिटर्जेंट रेशों को कमज़ोर कर देता है, जिसका मतलब है कि सबसे पसंदीदा शर्ट भी फीकी पड़ जाएगी और उसका आकार खराब हो सकता है. रेशम या ऊन के बने कपड़े बेहद नाजुक होते हैं, जो बार-बार धुलाई से खराब हो सकते हैं.




2. पर्यावरण को नुकसान




कपड़े धोने में कितना पानी और ऊर्जा खर्च होती है, उसका असर बिजली बिल ही नहीं प्रकृति पर भी पड़ता है. कपड़ों की लगातार धुलाई के 'ग्रीन फुटप्रिंट' में बहुत अधिक पानी के इस्तेमाल के अलावा कार्बन उत्सर्जन भी शामिल है.




3. स्किन एलर्जी का खतरा




हार्ड डिटर्जेंट और फ़ैब्रिक सॉफ़्नर सही तरह धोने के बाद भी रेशों में रह सकते हैं. इससे सेंसेटिव स्किन में जलन या एलर्जी हो सकती है. कपड़े ज्यादा धोने से यह समस्या हो सकती है. इसलिए रोज-रोज कपड़े नहीं धोने चाहिए.




कपड़ों की बहुत कम धुलाई से नुकसान




1. बदबू और बैक्टीरिया बनना




अगर कपड़ों को बार-बार साफ न किया जाए तो वे बहुत गंदे हो जाते हैं. स्किन से पसीना, मैल और तेल इन पर जमा होने लगते हैं, जो बैक्टीरिया के पैदा होने की जगह बन जाती है. ऐसा ज्यादातर स्किन के करीब पहने जाने वाले कपड़ों जैसे अंडरगारमेंट्स और एक्टिववियर के लिए होता है. इससे बदबू भी खूब आती है.


यह भी पढ़ें: अब 40 पर्सेंट तक कम हो जाएगा सर्वाइकल कैंसर से मौत का खतरा, 10 साल की टेस्टिंग के बाद तैयार हुआ खास ट्रीटमेंट




2. दाग नहीं छूटते हैं




अगर कपड़ों पर कोई दाग लग गया है और आप उसे नहीं धुल रहे हैं तो दाग हमेशा के लिए बने रह सकते हैं. अगर शराब या सॉस के दाग को धोने में बहुत समय लग जाए तो उसे हटाना मुश्किल हो सकता है. 




3. हाइजीन को नुकसान




ज्यादा देर से कपड़ों को धोने से हाइजीन खराब हो सकती है. बिना धोए बार-बार कपड़ों को पहनने से सेहत और पर्यावरण दोनों को नुकसान हो सकता है. चादर, तकिया, टॉवेल को समय पर अगर न धोया जाए तो गंदगी शरीर पर जमा हो सकती है.




कब धोने चाहिए कपड़े




1. हर कपड़े की अपनी क्वॉलिटी




हर कपड़े की क्वालिटी अलग-अलग होती है. उन्हें वॉश की जरूरत इसी हिसाब से पड़ती है. जैसे- डेनिम को रोज़ाना धोने की ज़रूरत नहीं होती, जबकि एक्टिववियर को इस्तेमाल के तुरंत बाद धोना पड़ता है. कपड़े के लेबल को देखकर पता लगा सकते हैं कि उन्हें कब और कितनी बार धोना है.




2. बदबू आने पर धोएं




अगर आप कपड़े धोने का परफपेक्ट टाइम जानना चाहते हैं तो सबसे सही तरीका है कि जब उनमें से बदबू आने लगे या वे गंदे दिखने लगे तो समझ जाएं कि उन्हें धोने का समय आ गया है. इससे उनकी बदबू दूर की जा सकती है.




3. कपड़े धोने का शेड्यूल बनाएं




अपनी लाइफस्टाइल के हिसाब से कपड़े धोने का शेड्यूल बनाएं.  जैसे- कई चीजें रोज-रोज पहनी जाती हैं, जिन्हें ज़्यादा बार धोने की ज़रूरत हो सकती है जैसे अंडरवियर और वर्कआउट वियर. कभी-कभी पहने जाने वाले कपड़ों को कुछ समय लेकर धोना चाहिए.



यह भी पढ़ें :शहरों में रहने वाली लड़कियों में कॉमन हो रही है सारा अली खान वाली ये बीमारी, इग्नोर करना हो सकता है खतरनाक