(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Juhi Parmar Divorce: कभी न करें ऐसी शादियां! कई लोगों के लिए यह बन सकता है सबक
Relationship Tips: मैं रिश्ते को बेहतर करने की कोशिश करती रही, लेकिन अब मुझे लगता है कि हमारा अलग होना ही हम दोनों के लिए सही रहेगा.
Sachin Shroff Juhi Parmar Divorce: टीवी शो 'कुमकुम' की एक्ट्रेस जूही परमार आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. उन्होंने अपने जीवन में कई ऐसे फैसले लिए जो एक औरत कभी-कभी नहीं ले पाती है. आपको बता दें जूही परमार और सचिन श्रॉफ एक वक्त 'पावर कपल्स' में से एक थे. लेकिन अब नहीं है क्योंकि दोनों का तलाक हो चुका है. आपको बता दें कि दोनों की मुलाकात एक टीवी शो की शूटिंग के सेट पर हुई थी. कुछ समय के लिए दोनों ने एक-दूसरे को डेट किया और फिर 15 फरवरी 2009 को शादी कर ली.
जूही ने कहा था कि 'रिश्ते टूटते हैं तो दर्द होता है लेकिन अगर आप किसी ऐसे इंसान को खोते हैं जो आपको इज्जत नहीं देता तो इसका मतलब आपने कुछ खोया नहीं बल्कि पाया है. उनका कहना था, 'मैं सचिन को शादी से पहले जानती थी. लेकिन हमारे बीच कोई कोर्टशिप पीरियड नहीं रहा. उन्होंने अपनी फीलिंग्स के बारे में बताया और हमने तुरंत शादी कर ली. मुझे लगा था कि शादी के बाद मुझे भी उनसे प्यार हो जाएगा. लेकिन अभी तक मुझे नहीं लगता कि मैं उस शादी को लव मैरिज कह सकती हूं. शादी के कुछ समय बाद हमारे रिश्ते में उतार चढ़ाव आने लगे. मैं रिश्ते को बेहतर करने की कोशिश करती रही, लेकिन अब मुझे लगता है कि हमारा अलग होना ही हम दोनों के लिए सही रहेगा.'
ऐसी शादी में रहना काफी दर्द देता है
जूही परमार और सचिन श्रॉफ की लवलेस मैरिज पहली नहीं है, जहां शादी के आठ साल बाद भी पति-पत्नी को एक-दूसरे से प्यार न हुआ हो. भारतीय समाज में आज भी 30% जोड़े इसी सूरत-ए-हाल से गुजर रहे हैं. ऐसी शादियों में दिनचर्या तो एक रिश्ते के सभी पहलुओं को संभालती है लेकिन इस दौरान जोड़ों का एक-दूसरे से अपनी फीलिंग्स बयां करना न के बराबर होता है.
अरेंज्ड मैरिज वाले कपल्स गुजरते हैं
लवमैरिज वाले कपल्स को बहुत कम ही इस तरह की सिचुएशन से गुजरना पड़ता है. ज्यादातर अरेंज्ड मैरिज वाले जोड़ों को अपने रिश्ते में प्यार की कमी महसूस होती है. ऐसा तब ज्यादा संभव है, जब पति-पत्नी के बीच आपसी तालमेल न के बराबर हो. ऐसे कपल्स साथ रहने को तो मजबूर होते हैं लेकिन उनके रिश्ते में प्यार पूरी तरह से उड़ चुका होता है, जिसका खामियाजा कहीं न कहीं उनके बच्चों को भी भुगतना पड़ता है.
जल्दबाजी वाला फैसला
जूही परमार और सचिन श्रॉफ की टूटी शादी यह बताने के लिए काफी है कि शादीशुदा जिंदगी के फैसले बहुत ही सोच-समझकर लेने चाहिए. अपने इंटरव्यू में जूही ने खुद इस बात को कबूल किया है कि उन्होंने रिलेशन शुरू होने के पांच महीने बाद ही शादी कर ली थी, जो उनकी जिंदगी का सबसे गलत फैसला साबित हुआ. हालांकि, आज भी कुछ कपल्स ऐसे हैं, जो प्यार में पड़ने के बाद इस बात को भूल जाते हैं कि शादी-रिलेशनशिप से बिल्कुल अलग है, जिसके लिए दोनों का एक-दूसरे से पूरी तरह जुड़ना बहुत जरूरी है.