Office Hours: बिजनेस से अलग जब हम नौकरी की बात करते हैं तो यहां जॉब टाइमिंग काफी मायने रखती हैं. यानी समय से पहुंचना और समय से छुट्टी होना. नौ से पांच की नौकरी हमारे देश में सबसे ज्यादा पॉपुलर और आरामदेय मानी जाती है. कई जगहों पर नौ और दस घंटों की नौकरी होती है और वहां दो दिन की छुट्टी भी मिलती है. देखा जाए तो दुनिया के हर देश में वर्क कल्चर और जॉब टाइमिंग अलग अलग हैं. कुछ शिफ्ट ऐसी हैं जहां लोग 12 घंटे भी काम करते हैं वहीं कुछ देश ऐसे हैं जहां सात या छह नहीं बल्कि महज तीन घंटे काम करने का वर्क कल्चर है.
इस लिस्ट को देखकर होगी जलन
2023 के इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन ने दुनिया के कई देशों में ऑफिस के काम के घंटों की लिस्ट तैयार की है जिसे देखना वाकई दिलचस्प है. इस लिस्ट में ऐसे भी देशों के नाम है जहां दिन में महज तीन से चार घंटे का काम होता है और बाकी टाइम मस्ती और मजा. चलिए इस लिस्ट को देखते हैं. ये देखकर जलन होना लाजमी है.
सिर्फ 3 घंटे काम, फिर मज़े ही मज़े
इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर आता है वनुआतु देश. इस देश में सप्ताह में काम के 24.7 घंटे निर्धारित किए गए हैं. यानी यहां दफ्तर में लोगों को एक दिन में महज साढ़े तीन घंटे ही काम करना है. है ना मजे की नौकरी. ऐसी नौकरी कौन नहीं करना चाहेगा जहां दिन में महज तीन घंटे ही काम करना हो. ऐसे में कर्मचारी जमकर मेहनत करेंगे और कंपनी को भी उनके हुनर का फायदा मिलेगा.
फिज़िबल ऑफिस टाइमिंग
किरिबाटी देश में सप्ताह में काम के कुल 27.3 घंटे तय हैं. यानी यहां नौकरीपेशा लोगों को दफ्तर में महज चार घंटे काम करना होगा. यहां भी लोग काफी जोश खरोश से काम करते हैं क्योंकि वो जानते हैं कि उनके देश ने उनके हुनर और आराम दोनों को ही तवज्जो दी है. तीसरे नंबर पर मोजाम्बिक देश आता है. यहां सप्ताह में 28.6 घंटे सप्ताह में काम के लिए निर्धारित हैं. रवांडा इस लिस्ट में शामिल है और यहां सप्ताह में काम के घंटे 28.8 हैं. ऑस्ट्रिया में नौकरीपेशा लोगों के लिए सप्ताह में काम करने की लिमिट 29.5 घंटे है. इथिओपिया में सप्ताह के काम के घंटे 29.8 हैं. इसके बाद सोमालिया का नंबर आता है जहां सप्ताह में काम करने के लिए 30.1 घंटे निर्धारित किए गए हैं.
इस देश में आराम करने की भी मिलती है छुट्टी
डेनमार्क ने दफ्तर में काम करने के घंटों को महिलाओं और पुरुषों की जरूरत के अनुसार बांटा है. यहां पुरुषों के लिए सप्ताह में काम के घंटे 33.1 हैं जबकि औरतों के लिए काम के घंटे 29.5 हैं. है ना कमाल की बात. जहां हमारे देश में लोग 12 घंटे की शिफ्ट भी करने के लिए तैयार रहते हैं वहीं कुछ देश अपने कर्मचारियों के लिए इतने फ्लेक्सिबल हैं कि वो उनको सप्ताह में काफी आराम करने की छूट देते हैं. देखा जाए तो काम के कम घंटे और ज्यादा आराम का फार्मूला प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में काफी सहायक होता है.
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