इलाज से बेहतर बचाव है, लेकिन जब बात कोविड-19 की हो, तो क्या होगा जब लोग वैक्सीन हासिल कर पाने में अक्षम हों, उसे नहीं चाहते हों, या उनका इम्यून कमजोर हो और संक्रमण रोक पाने में नाकाम हो जाए? वैक्सीन के बाद कोरोना वायरस के इलाज की तलाश अब गोली के तौर पर की जा रही है. कई कंपनियां एंटीवायरल्स पर परीक्षण कर रही हैं.


न्यूयॉर्क के नॉर्थवेल हेल्थ में संक्रामक बीमारियों के फिजिशियन डेविड हिशवर्क ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया, "वैक्सीन की सूरत में इलाज का होना हमारे लिए शानदार है, लेकिन निश्चित रूप से उसे सभी लोग नहीं ले पाएंगे, और वैक्सीन लेनेवाले हर एक को उससे पूरा रिस्पॉन्स नहीं होगा." आसानी से भंडारण और परिवहनीय योग्य गोली वर्तमान इलाज जैसे मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज के मुकाबले व्यावहारिक लाभ भी उपलब्ध कराएगी.


गोली से होगा कोविड-19 का इलाज?


इन प्रयासों में सबसे आगे मोल्नूपीराविर के नाम से दिन में दो बार दी जानेवाली एक दवा है. उसे मर्क अपनी साझेदार कंपनी Ridgeback Biotherapeutics के साथ विकसित कर रही है. मानव परीक्षण के दूसरे चरण के शुरुआती नतीजे सकारात्मक आए हैं. शुरू में पॉजिटिव पाए गए दर्जनों वॉलेंटियर्स को दवा का इस्तेमाल कराया गया. पांचवें दिन तक उनमें से किसी में भी पता लगाने योग्य वायरस नहीं मिला. हालांकि, आशाजनक नतीजों के बावजूद अभी ऐसा नहीं कि कोई सटीक निष्कर्ष निकाला जा सके. कंपनी अब तीसरे चरण का मानव परीक्षण के लिए 1,850 वॉलेंटियर्स को शामिल कर रही है.


तीसरे चरण के परीक्षण के नतीजे पतझड़ तक आने की उम्मीद है. मर्क के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी डारिया हजुदा ने एएफपी को बताया, "वायरस बुनियादी तौर पर छोटी मशीन होते हैं और उन्हें खास घटक की खुद को दोहराने के लिए जरूरत पड़ती है. एंटीवायरल्स उस प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए विकसित किया जाता है." मोल्नूपीराविर का संबंध पोलीमरेज इन्हिबिटर्स के एक वर्ग से है, जो एंजाइम को लक्ष्य बनाकर काम करती है जिसे वायरस को उसके जेनेटिक मैटेरियल की नकल बनाने की जरूरत होती है.


कई कंपनियां प्रयास में दौड़ में अग्रणी


वर्तमान में अमेरिकी संस्था फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से कोविड-19 का इलाज करने के लिए एक एंटीवायरल को मंजूरी प्राप्त है, जो रेमडेसिविर है. Roche और Atea ने 1, 400 मरीजों पर अपनी खुद की ओरल पोलीमरेज इन्हिबिटर AT-527 का मानव परीक्षण शुरू कर दिया है. फाइजर ने भी अपनी ओरल दवा PF-07321332 का स्वस्थ मरीजों पर तीसरे चरण के मानव परीक्षण की शुरुआत कर दी है. विकास के दौरान एंटीवायरल्स ने लैब परीक्षण में कोरोना वायरस की अन्य किस्मों के खिलाफ असर दिखाया है.


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