नई दिल्ली: इंडियाना युनिवर्सिटी के किंसे इंस्टीट्यूट के सेक्सपर्ट्स द्वारा की गई नई स्टडी के मुताबिक, आजकल ज़्यादातर लोग सेक्सटिंग प्रेफर करते हैं और खासकर महिलाएं उसकी शुरूआत करती हैं. 2012 में सेक्सटिंग ट्रेंड की संख्या 21% थी और 2017 में बढ़ कर 67% हो गई.
शोधकर्ताओं ने 198 देशों के एक लाख 40 हजार से भी ज़्यादा लोगों पर ये सर्वे किया. ये रिसर्च लोगों की सेक्स लाइफ में टेक्नॉलाजी की अहमियत जानने के लिए की गई. रिसर्च में पाया गया कि अमेरिका के लोग सबसे अधिक सेक्सटिंग करना पसंद करते हैं और फिर दूसरे नंबर पर साउथ अफ्रीका के लोग. जबकि जापान और साउथ कोरिया के लोग सबसे कम सेक्सटिंग करते हैं.
किंसे इंस्टीट्यूट की शोधकर्ता अमांडा गेसलमैन का कहना है कि सेक्टर्स की बढ़ती संख्या से यह पता चलता है कि टेक्नॉलाजी लोगों की लाइफ का अहम हिस्सा हो गई है. उन्होंने ये भी कहा कि बेशक सेक्सटिंग एक नया ट्रेंड हो लेकिन लोगों के सेक्सुअल और रोमांटिक रिलेशनशिप में आज भी ट्रेडशिनल तरीके पॉपलुर हैं.
इसके अलावा रिसर्च में ये भी सामने आया कि कम्यूनिकेट करने का सबसे पुराना तरीका यानि मैसेज करना आज भी युवाओं में बहुत कॉमन है. 35% अमेरिकंस का कहना है कि उन्होनें मैसेज के ज़रिए भी सेक्सटिंग की है और 38% लोगों ने स्नैपचैट से इसका इस्तेमाल किया है. 17 से 19 साल के टीनेजर्स अधिक सेक्सटिंग में इंवॉल्व रहते हैं.
रिसर्च में ये भी पाया गया कि लोग टेक्नॉलाजी से अपने आप को अप-टू-डेट रखने के लिए उसका इस्तेमाल अधिक करते हैं ना की केवल रोमांस करने या रिलेशनशिप में पड़ने के लिए.
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.
युवाओं को रोमांस करने के लिए नहीं बल्कि इन वजहों से भाती है सेक्सटिंग!
एबीपी न्यूज़, वेब डेस्क
Updated at:
26 Aug 2017 10:52 AM (IST)
इंडियाना युनिवर्सिटी के किंसे इंस्टीट्यूट के सेक्सपर्ट्स द्वारा की गई नई स्टडी के मुताबिक, आजकल ज़्यादातर लोग सेक्सटिंग प्रेफर करते हैं
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