सावधानी ना बरतीं तो रिश्ते में दरार ला सकती है सेक्सटिंग!
क्या सेक्सटिंग रिश्ते को खराब कर सकता है. क्या सेक्सटिंग चीटिंग हैं. जानिए, इस पर हुई एक नई रिसर्च क्या कहती है.
नई दिल्लीः सेक्सटिंग यानी सेक्सुअल मैसेज, तस्वीरें और फोटो मोबाइल के जरिए किसी दूसरे को भेजना. आजकल सेक्सटिंग का हर जगह क्रेज है. लेकिन क्या सेक्सटिंग रिश्ते को खराब कर सकता है. क्या सेक्सटिंग चीटिंग हैं. जानिए, इस पर हुई एक नई रिसर्च क्या कहती है. ब्रिटेन में हर तीसरा व्यक्ति सेक्सुअल टैस्ट मैसेज और सेक्सुअल फोटो भेजने को पार्टनर संग चीटिंग नहीं मानता. लॉयर फर्म स्लेटर एंड गॉर्डन द्वारा 2,150 महिला और पुरुषों पर की गई रिसर्च में 35 फीसदी लोगों ने सेक्सटिंग को स्वीकार किया और इसे चीटिंग नहीं माना. ये सर्वे ओपिनियन पोल द्वारा किया गया था. इस रिसर्च में से हर 10 में एक व्यक्ति ने माना कि सेक्सटिंग एक फन है. वहीं 62 फीसदी लोग सेक्सटिंग टेक्ट को तो स्वीकार करते हैं लेकिन वे सेक्सी फोटो भेजना स्वीकार नहीं कर पा रहे. वहीं तकरीबन 8 फीसदी लोगों ने ये स्वीकार किया कि उन्होंने पिछले साल पार्टनर से अलग तीसरे व्यक्ति के साथ सेक्सटिंग की है. इनमें से हर तीसरे व्यक्ति का कहना था कि सेक्सटिंग पार्टनर के पीछे से सेक्स करना और मिलने जैसा ही है. फर्म की वकील रूपी राय का इस सर्वे के लिए कहना था कि इस समय अधिकत्तर जो लोग तलाक के लिए आ रहे हैं वे तलाक का कारण सेक्सटिंग को बताते हैं. रूपी राय आगे कहती हैं कि हालांकि कई लोग सेक्सटिंग को सिर्फ फन और हार्मलेस बताते हैं. ठीक वैसे ही जैसे फ्लर्टी मैसेज भेजना. जबकि कुछ लोग रिलेशनशिप खराब होने का कारण सेक्सटिंग को ही मानते हैं और इसे फीजिकली चीटिंग मानते हैं. ये रिसर्च उन जोडि़यों को चेतावनी देने के लिए है जो सेक्सटिंग करते हैं. उन्हें सावधान रहने की जरूरत है. साथ ही सेक्सटिंग के दौरान अपनी सीमा का इन्हें ध्यान भी रखना जरूरी है. नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.