Work Side Effects: आमतौर पर दिन का वक्त काम करने के लिए और रात का समय सुकून की नींद सोने और दिनभर की थकान के बाद शरीर को आराम देने के लिए तय होता है. हालांकि, आज के समय में लोग अलग-अलग क्षेत्रों में काम करते हैं. हर फील्ड में काम करने के कुछ फायदे तो कुछ नुकसान भी हैं. जैसे कि डॉक्टर्स, नर्स, ड्राइवर्स, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर और मल्टीनेशनल कंपनियों में ज्यादातर लोग शिफ्ट वर्क करते हैं.
आजकल महिलाओं की भी शिफ्ट अलग-अलग होती है. ऐसे लोगों के लिए दिन और रात दोनों बराबर हो जाते हैं, क्योंकि उन्हें कभी नाइट शिफ्ट में काम करना होता है तो कभी सुबह की शिफ्ट (Shift) में. इस तरह से शिफ्ट में काम करना आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है, जिसके कारण आपको कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं.
हम आपको अलग-अलग शिफ्ट में काम करने से होने वाले कुछ नुकसान बता रहे हैं. हालांकि, आप अपनी लाइफस्टाइल (Lifestyle) को बेहतर बनाकर सेहत (Health) से जुड़ी इन परेशानियों को काफी कम कर सकती हैं.
स्लीप साइकल
शिफ्ट वर्क में काम करने के कारण आपकी बॉडी का बायोलॉजिकल क्लॉक सेट नहीं हो पाता है, जिसके चलते नींद डिस्टर्ब होती है. अलग-अलग शिफ्ट में काम करन से अनिद्रा की समस्या का सामना करना पड़ता है.
लोग मोटापे के शिकार हो जाते हैं
शिफ्ट वर्क में काम करने से शरीर का वजन तेजी से बढ़ने लगता है, क्योंकि जब देर रात में काम करते हैं तो इस दौरान फूड क्रेविंग्स होती हैं. ऐसे में लोग अनहेल्दी खाना या फिर पैकेज्ड फूड खाते हैं. इससे कैलोरी में इजाफा होता है और तेजी से वजन बढ़ने लगता है.
डायबिटीज
मधुमेह की परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है. ये हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और कोलेस्ट्रॉल की वजह से बनता है. एक स्टडी के मुताबिक शिफ्ट वर्क ग्लूकोज सहनशीलता को कम कर सकता है और इससे टाइप 2 मधुमेह का जोखिम बढ़ जाता है.
दिल की सेहत पर पड़ेगा असर
अलग-अलग शिफ्ट में वर्क करने से ऐसे लोगों की दिल की सेहत बिगड़ने की संभावना बढ़ जाती है. क्योंकि शिफ्ट वर्क से आप तनाव महसूस करते हैं और तनाव का लेवल ज्यादा बढ़ जाने से आपकी बॉडी हार्मोन कोर्टिसोल छोड़ती है, जो दिल की सेहत बिगाड़ती है.
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