केला खाते समय हममें से अधिकांश लोगों की नजरें केले की सतह पर लगे उन सफेद रंग के तारों या रेशे पर पड़ती हैं इन तारों को वैज्ञानिक भाषा में ‘फ्लोएम बंडल्स’ कहते हैं. ये तारे केले के अंदरूनी हिस्से से लगे होते हैं और केले की लंबाई में फैले रहते हैं. ये तार दरअसल केले के अंदर मौजूद ऊतक होते हैं जो केले में मौजूद पोषक तत्वों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाते हैं. जब हम इन तारों को हटाने की कोशिश करते हैं तो ये आसानी से टूट जाते हैं. अधिकांश लोगों को ये धागे यानी तारें खाने में अस्वादिष्ट लगते हैं. कुछ लोग तो इन्हें पूरी तरह से अलग कर देते हैं. लेकिन क्या ये तारे वाकई में खाने योग्य हैं? क्या इन्हें खाने से कोई नुकसान हो सकता है? आइए जानते हैं...


क्यों केले के फ्लोएम बंडल्स को खाना चाहिए?
केले की सतह पर लगे फ्लोएम बंडल्स यानी वे सफेद रंग के फाइबर वाले तार, केवल केले को ही पोषक तत्व नहीं देते बल्कि खाने में काफी फायदेमंद भी होते हैं. इनमें फाइबर, पोटेशियम, विटामिन बी-6 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं. ये हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. साथ ही, इनसे हमारे रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करने में भी सहायता मिलती है. इसलिए, केला खाते समय इन फाइबर वाले तारों से डरने की बजाय इन्हें खाना चाहिए.


यह बताता है कि केला पका है या नहीं 
वास्तव में फ्लोएम बंडल्स से हमें यह भी पता चलता है कि केला पक चुका है या नहीं. इसलिए, केले के ‘तारों’ को खाना चाहिए. केले के साथ इसको खाना फायदेमंद माना जाता है.   


फाइबर से भरपूर होते हैं
फ्लोएम बंडल्समें फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है. फाइबर हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है. यह हमारा पाचन तंत्र ठीक रखने का काम करता है.फाइबर से भरपूर फ्लोएम बंडल्स का खाने से हमारा पेट साफ रहता है. यह कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. साथ ही, यह हमारे वज़न को भी कंट्रोल रखता है. इसीलिए, केला खाते समय इन फाइबर युक्त तारों को अलग न करें बल्कि खा लें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.